कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर दुनिया में 10 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया के करीब 200 देशों में यह महामारी फैल चुकी है. चीन से ज्यादा अब इटली में लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. दुनियाभर में करीब 2.50 लाख लोग कोरोना की गिरफ्त में हैं. भारत में भी इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात देश को संबोधित करते हुए कोरोना से लड़ने के लिए कुछ सुझाव दिए. साथ ही उन्होंने देश की जनता से आग्रह किया कि 22 मार्च रविवार के दिन जनता कर्फ्यू का पालन करें.

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दवा को मिली मंजूरी

कोरोना का अभी तक कोई निश्चित इलाज नहीं मिला है. लेकिन, अमेरिका ने दावा किया है कि मलेरिया की दवा को कोरोना वायरस के इलाज के लिए मंजूरी दी गई है. US FDA ने मेलेरिया के ड्रग को कोरोना से लड़ने में सक्षम पाया है.

डोनाल्ड ट्रंप ने दिलाया भरोसा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद अपने संबोधिन में कोरोना की दवा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कोरोना वायरस के इलाज के लिए मलेरिया की दवा को मंजूरी दी गई है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन सल्फेट नामक मलेरिया और गठिया की दवा ने कोरोना वायरस के इलाज में काफी बेहतर परिणाम दिखाए हैं. ट्रंप ने कहा कि मलेरिया की दवा कोरोना के इलाज में कारगर है. ट्रंप ने ट्वीट किया कि जितनी जल्दी हो सके जीत हमारी ही होगी.

चीन ने भी किया दावा

चीन ने दावा किया है कि कोरोना की दवाई तैयार कर ली गई है. अप्रैल में चीन इस दवा का क्लिनिकल ट्रायल करेगा. चीन का दावा है कि वैक्सीन की रिसर्च आगे बढ़ रही है. ग्लोबल सोर्सेज का मानना है कि ट्रायल के बाद भी दवा का बाजार में आने में काफी वक्त लगेगा.

इजरायल का भी दावा

चीन से पहले इजरायल ने भी दावा किया था कि दवा बना ली गई है. इजरायल के इस्टीट्यूट ऑफ बॉयलोजिकल रिसर्च के वैज्ञानिक ने दावा किया था कि इस खतरनाक बीमारी को तोड़ उन्होंने ढूंढ लिया है. वैज्ञानिक ने यह दावा तक किया था कि कोरोना वायरस के टीके बना लिए गए हैं. जल्द ही इन्हें आधाकारिक मान्यता दे दी जाएगी. 

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भारत में भी चल रहा है शोध

भारत में भी कोरोना वायरस का तोड़ निकालने की कोशिश की जा रही है. एम्स के डॉक्टर्स को उम्मीद है कि जल्द ही कहीं न कहीं से इस बीमारी का तोड़ निकाल लिया जाएगा. लेकिन, लोगों को जरूरत है कि वो ऐसी स्थिति में पैनिक न करें. खुद को सुरक्षित रखना ही इस बीमारी पर जीत होगी.