वेलेंटाइन डे (Valentine's Day) को लेकर गुलाब के फूल की मांग में तेजी देखने को मिली है. नेपाल भारत से करीब 3 लाख अधिक गुलाब के फूलों का आयात कर रहा है. नेपाल फ्लोरीकल्चर एसोसिएशन के अध्यक्ष बहादुर तमांग ने कहा, ''गुलाब के फूलों की मांग 3,00,500 तक पहुंच चुकी है. मांग का 10 फीसद हिस्सा स्थानीय उत्पादकों द्वारा पूरा किया जाता है. अब शेष मांगों को पूरा करने के लिए हमें भारत पर निर्भर होना पड़ेगा, क्योंकि वेलेंटाइन डे को ध्यान में रखते हुए फूलों की डिमांग में एकाएक तेजी देखने को मिली है."

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उन्होंने कहा, ''दिल्ली, बेंगलुरु और कोलकाता से बड़े पैमाने पर गुलाब के फूलों की आपूर्ति की जाती है. केवल 23 हजार फूल ही स्थानीय बाजार से प्राप्त हो पाते हैं. एक गुलाब की कीमत 80 से 100 रुपए के बीच है. कुल मांग में से 60 प्रतिशत की खपत काठमांडू में होगी और बाकी काठमांडू के बाहर जाएगी."

तमांग ने कहा, "हम घरेलू मांगों को पूरा करने के लिए गुलाब का उत्पादन करने में विफल रहे. उम्मीद है कि वेलेंटाइन डे के आसपास गुलाब का व्यापार 30.50 मिलियन रुपए से अधिक हो जाएगा."

फूलों से संबंधित उत्पादों को प्राप्त करने के लिए भारत नेपाल के लिए हमेशा से ही एक उपयुक्त बाजार रहा है. पिछले साल वेलेंटाइन डे के दौरान केवल 1,00,800 गुलाब के फूल बिके थे, लेकिन इस साल यह संख्या काफी बढ़ जाएगी क्योंकि कोविड जैसी किसी महामारी का कोई डर नहीं है. नेपाल के व्यापारी औसतन 10 हजार गुलाब के फूल प्रतिदिन बेचते हैं.