International Girl Child Day 2022: दुनियाभर में हर साल 11 अक्टूबर को ‘इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे’ मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में लोगों को जागरूक करना है. आज के दिन लोगों को संदेश दिया जाता है कि वो बेटियों को पढ़ने में मदद करें. पहली बार किसी महिला के अधिकार को लेकर 1955 में बीजिंग आवाज उठाई गयी थी. इसके बाद ही महिलाओं को उनके अधिकार को लेकर जागरूक करने के लिए एक खास दिन को मनाने की घोषणा की गयी. यूनाइटेड नेशंस (UN) महासभा में एक प्रस्ताव पास किया गया, जिसमें लड़कियों के सम्मान के दिन के रूप में यह घोषित किया गया था.  तब से ही इस दिन को इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे के रूप में मनाया जाता है. क्या है इतिहास? इंटरनेशनल गर्ल्स चाइल्ड डे की शुरुआत गैर-सरकारी संगठन प्लान इंटरनेशनल के अभियान ‘क्योंकि मैं एक लड़की हूं’ के रूप में हुई. यह इंटरनेशनल गैर-सरकारी संगठन है जो लगभग 70 देशों के लिए काम करता है. यह संगठन लड़कियों को जागरूक बनाता है और उनकी आवाज को बढ़ाता है. आखिरकार संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया और इसके लिए 11 अक्टूबर का दिन चुना. कब मना पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस इस प्रकार पहला अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girl Child Day ) 11 अक्टूबर, 2012 को मनाया गया और उस समय इसका थीम था 'बाल विवाह को समाप्त करना. क्या है इस साल की थीम? इस साल की थीम 'डे फॉर गर्ल चाइल्ड है. जैसा कि यह भी जाना जाता है आज की पीढ़ी डिजिटल पीढ़ी है. हमारी पीढ़ी इस दिन को हर साल इंटरनेशनल स्तर पर मनाती है. यह दिन पूरे विश्व की लड़कियों को ऑनलाइन होने वाले नुकसान या हानि के बारे में बोलने के लिए एक मंच प्रदान करने का काम करता है. एक रिपोर्ट में सामने आया है कि आज के समय में 25 वर्ष से कम उम्र के 2 बिलियन लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है. क्या है इस दिन को मनाने का उद्देश्य? इस दिन को मनाने का उद्देश्य लड़कियों को हर तरह से मजबूत करना है. आज के समय में लड़कों की तुलना में काफी लड़कियां बेरोजगार और अशिक्षित है. इसी गैप को भरने के लिए इस तरह के दिवस मनाए जाते हैं. सरकार की तरफ से भी लड़कियों  और महिलाओं को मजबूत बनाने के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही है.   केंद्र सरकार द्वारा चलायी जाने वाली योजनाएं

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
  • सुकन्या समृद्धि योजना
  • बालिका समृद्धि योजना
  • CBSE उड़ान स्कीम
  • माध्यमिक शिक्षा के लिए लड़कियों के लिए प्रोत्साहन की राष्ट्रीय योजना
  • धनलक्ष्मी योजना
  • राज्य सरकार बालिका योजनाएं

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केंद्र सरकार की महिलाओं को लेकर योजनाएं

  • सुकन्या समृद्धि योजना
  • सुरक्षित मातृत्व योजना
  • मुद्रा योजना
  • सिलाई मशीन योजना
  • प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना

यूपी में लड़कियों के लिए कौन सी योजना चल रही है? यूपी में भाग्यलक्ष्मी योजना 2022 के माध्यम से राज्य सरकार गरीब परिवार में जन्मी लड़कियों को आर्थिक सहायता देने के लिए 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार गर्भवती महिलाओं को बेटी के जन्म पर 5100 रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.