आधार का गलत इस्तेमाल हो सकता है. अगर यह किसी गलत व्यक्ति के हाथ में पड़ जाए. कई तरह की वेरिफिकेशन के लिए इसका इस्तेमाल हो सकता है. जरूरी सेवाओं के लिए आपने भी कई बार अपना आधार कहीं न कहीं ऑथेंटिकेशन के लिए लगाया होगा. लेकिन, कहीं आपके आधार का या उसकी डिटेल का गलत इस्तेमाल तो नहीं हो रहा है? आइये जानते हैं... 

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आधार की गोपनियता कितनी रखी गई, इससे शायद आप वाकिफ न हों. कम लोगों ही जानते हैं कि उनके आधार का इस्तेमाल कहां हुआ है या फिर किसने उनके आधार को ऑथेंटिकेशन के लिए इस्तेमाल किया है. लेकिन, एक ऐसा तरीका है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि आधार का इस्तेमाल कब और कहां हुआ. आधार को मैनेज करने वाली संस्था UIDAI ने ऐसा सिस्टम तैयार कर रखा है.

कैसे पता करें

सबसे पहले आप https://resident.uidai.gov.in वेबसाइट खोलिए और आधार ऑथेंटिकेशन हिस्त्री पेज पर जाने के लिए लिंक पर क्लिक करें. अब आप अपना आधार नंबर और सिक्यॉरिटी कोड भरिए. इसके बाद 'Generate OTP' पर क्लिक करना होगा. इसके बाद मोबाइल पर OTP प्राप्त होगा. इसके लिए जरूरी है कि UIDAI वेबसाइट पर आपका मोबाइल नंबर पहले से सत्यापित हो.

दूसरे विकल्प में जानकारी भरें

ओटीपी डालने के बाद कुछ और विकल्प दिखाई देंगे, इनमें सूचना की अवधि और ट्रांजैक्शंस की संख्या बतानी होगी. अपना OTP भरने के बाद 'Submit' पर क्लिक करें. चुनी गई अवधि में ऑथेंटिकेशन अनुरोध की तारीख, समय और प्रकार पता चल जाएगा. हालांकि, पेज से यह पता नहीं चलेगा कि ये अनुरोध किसने किया है.

ऑनलाइन लॉक कर सकते हैं जानकारी

अब अगर आपको आधार से जुड़ी कोई भी जानकारी संदेहास्पद लगती है, तो आप आधार की जानकारी ऑनलाइन लॉक कर सकते हैं और जब आप इस्तेमाल करना चाहे तो इसे अनलॉक भी किया जा सकता है.

पैन लिंक कराना है जरूरी

PAN लिंक- इसके लिए आपको इनकम टैक्स की वेबसाइट पर जाकर PAN और आधार की जानकारी भरनी होगा और ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया को पूरा करना होगा. फिलहाल, इसकी डेडलाइन बढ़ाकर 31 मार्च तक कर दी गई है.