इस बार का मॉनसून (Monsoon) कुल मिलाकर खेती-किसानी (Agriculture) के लिए अच्छा साबित हुआ है. हालांकि कहीं ज्यादा बारिश तो कहीं बाढ़ (Floods) के चलते खरीफ की फसल (kharif Crops) को कुछ जगहों पर नुकसान पहुंचा है, लेकिन रबी की फसल के लिए यह मौसम बहुत ही फायदेमंद साबित होने वाला है. मौसम की मेहरबानी को देखते हुए सरकार ने भी फसली साल 2019-20 के रबी सीजन (Rabi Season) में 10.05 करोड़ टन गेहूं (Wheat) उत्पादन का टारगेट तय किया है. इस बार रबी सीजन की फसलों का रकबा बढ़ने की उम्मीद की जा रही है. 

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बता दें कि पिछले रबी सीजन में देश में रिकॉर्ड 10.21 करोड़ टन गेहूं उत्पादन (Wheat Production) का अनुमान रखा था. 

कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि रबी सीजन के दौरान मौसम अगर अनुकूल रहा तो पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं का ज्यादा उत्पादन हो सकता है, जिससे एक नया रिकॉर्ड बन सकता है. इस साल रबी फसलों में खासतौर से गेहूं का रकबा बढ़ सकता है, क्योंकि चना के बदले गेहूं की खेती में किसान ज्यादा दिलचस्पी ले सकते हैं, जिससे चने का कुछ रकबा गेहूं में शिफ्ट हो सकता है.

 

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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी फसल वर्ष 2018-19 (जुलाई-जून) के चौथे उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में रिकॉर्ड 10.21 करोड़ टन था. चालू फसल वर्ष 2019-20 के आगामी रबी सीजन के लिए केंद्र सरकार ने 10.05 करोड़ टन गेहूं होने का लक्ष्य रखा है.