Mutual Fund Equity savings Schemes: म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट मेट्रो शहरों के साथ-साथ अब छोटे शहरों में भी तेजी से पॉपुलर हो रहा है. म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स में ज्‍यादा से ज्‍यादा निवेशकों की भागीदारी हो, इसके लिए रिस्‍क और रिटर्न फैक्‍टर के साथ स्‍कीम्‍स की कई कैटेगरी है. इन्‍हीं में से एक कैटेगरी इक्विटी सेविंग्‍स फंड्स (Equity savings Schemes) की है. ऐसे निवेशक जो कम जोखिम उठाते हुए बेहतर रिटर्न चाहते हैं, उनके लिए यह एक बेस्‍ट ऑप्‍शन हो सकता है. इक्विटी फंड्स के मुकाबले इक्विटी सेविंग्‍स फंड्स में रिस्‍क कम रहता है. इस कैटेगरी में बीते एक साल में निवेशकों को 32 फीसदी तक का रिटर्न मिला है. 

क्‍या हैं इक्विटी सेविंग्‍स फंड (What is Equity savings funds)

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इक्विटी सेविंग्‍स फंड्स (ESS) एक तरह के हाइब्रिड म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम्‍स होते हैं. बीपीएन फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहना है, यह फंड्स ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर हैं, जो कम रिस्‍क उठाना चाहते हैं. इन फंड्स में रिस्‍क एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स जैसेकि हाइब्रिड इक्विटी फंड्स या बैलेंस्‍ड फंड्स के मुकाबले कम रहता है. इन स्‍कीम्‍स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इनमें वॉलेटिलिटी कम रहती है. इक्विटी सेविंग्‍स स्‍कीम्‍स में कुल इन्‍वेस्‍टमेंट कॉपर्स का करीब 30-35 फीसदी हिस्‍सा इक्विटी एसेट्स में लगाया जाता है. बाकी पैसे को फंड हाउस डेट इनकम फंड्स और आर्बिट्रॉज में लगाते हैं.

ESS: इस तरह समझिये कैसे कम हो जाता है रिस्‍क

एके निगम बताते हैं, इक्विटी सेविंग्‍स स्‍कीम्‍स को ऐसे समझिए, अगर कोई इन्‍वेस्‍टर छह महीने से इक्विटी सेविंग्‍स स्‍कीम में है और इसके बाद उसके पोर्टफोलियो की वैल्‍यू का करीब 10 फीसदी हिस्‍सा नुकसान में चला जाता है. अब, अगर इस स्‍कीम के डेट सेगमेंट में करीब 6 फीसदी सालाना और आर्बिट्रॉज सेगमेंट ने करीब 6.5 फीसदी सालाना रिटर्न दिया, तो निवेशक का नुकसान आधे से भी ज्‍यादा कम रह जाएगा. इसका मतलब कि मार्केट में 10 फीसदी की गिरावट के बाद भी ESS में निवेशकों को मामूली नुकसान होता है. वहीं, इसी कैटेगरी के बैलेंस्‍ड और इक्विटी मार्केट स्‍कीम्‍स में रिटर्न निगेटिव हो जाएगा. 

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ESS: इन फंड्स में 1 साल में 32% तक मिला रिटर्न 

 

Principal Equity Savings Fund

1 साल में रिटर्न: 32.98 फीसदी 

1 लाख निवेश की वैल्‍यू 1.33 लाख 

मिनिमम एकमुश्‍त निवेश: 5,000 रु 

मिनिमम SIP निवेश: 500 रुपये 

एसेट्स: 101 करोड़ (30 सितंबर 2021 तक)

एक्‍सपेंश रेश्‍यो: 0.91% (30 सितंबर 2021 तक) 

HDFC Equity Savings Fund

1 साल में रिटर्न: 31.93 फीसदी 

1 लाख निवेश की वैल्‍यू 1.32 लाख 

मिनिमम एकमुश्‍त निवेश: 5,000 रु 

मिनिमम SIP निवेश: 500 रुपये 

एसेट्स: 2,469 करोड़ (30 सितंबर 2021 तक)

एक्‍सपेंश रेश्‍यो: 1.29% (30 सितंबर 2021 तक) 

Mahindra Manulife Equity Savings Dhan Sanchay Yojana

1 साल में रिटर्न: 31.78 फीसदी 

1 लाख निवेश की वैल्‍यू 1.32 लाख 

मिनिमम एकमुश्‍त निवेश: 1,000 रु 

मिनिमम SIP निवेश: 500 रुपये 

एसेट्स: 301 करोड़ (30 सितंबर 2021 तक)

एक्‍सपेंश रेश्‍यो: 0.72% (30 अगस्‍त 2021 तक) 

Axis Equity Saver Fund

1 साल में रिटर्न: 26.67 फीसदी 

1 लाख निवेश की वैल्‍यू 1.27 लाख 

मिनिमम एकमुश्‍त निवेश: 5,000 रु 

मिनिमम SIP निवेश: 1,000 रुपये 

एसेट्स: 981 करोड़ (30 सितंबर 2021 तक)

एक्‍सपेंश रेश्‍यो: 0.98% (30 अगस्‍त 2021 तक) 

Mirae Asset Equity Savings Fund 

1 साल में रिटर्न: 26.60 फीसदी 

1 लाख निवेश की वैल्‍यू 1.27 लाख 

मिनिमम एकमुश्‍त निवेश: 5,000 रु 

मिनिमम SIP निवेश: 1,000 रुपये 

एसेट्स: 372 करोड़ (30 सितंबर 2021 तक)

एक्‍सपेंश रेश्‍यो: 0.39% (30 अगस्‍त 2021 तक) 

(नोट: फंड्स के रिटर्न की जानकारी वैल्‍यू रिसर्च से ली गई है.) 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍कीम के बारे में जानकारी दी गई है. यह निवेश की सलाह नहीं है. निवेश के बारे में फैसला लेने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)