LIC IPO latest update: बाजार में पैसा लगाने वाले देश के ज्यादातर निवेशकों को LIC के IPO का बेसब्री से इंतजार है. खासकर ऐसे निवेशकों को जिनकी LIC में कोई बीमा पॉलिसी है. इसके पीछे बड़ी वजह है. सरकार ऐलान कर चुकी है कि LIC IPO जब खुलेगा तो पॉलिसीहोल्डर्स के लिए 10 फीसदी शेयर रिजर्व रखे जाएंगे. वहीं, बुधवार को LIC ने पॉलिसी होल्डर्स को PAN अपडेट करने की भी सलाह दी है. इसका भी फायदा उन्हें IPO के वक्त मिलेगा. LIC के पॉलिसीधारकों को कर्मचारियों के बराबर रखने के लिए कानून में संशोधन भी किया गया, जिससे उन्हें 10% की छूट पर फ्लोट का 10% हिस्सा मिल सके.

LIC IPO का तारीख अभी तय नहीं

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LIC के IPO की तारीख अभी तय नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि मार्च 2022 तक इश्यू बाजार में आ जाएगा और वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में इसकी लिस्टिंग हो जाएगी. हालांकि, इसके लिए टारगेट वित्त वर्ष के अंत यानी मार्च 2022 तक रखा गया है. कैबिनेट से LIC विनिवेश को मंजूरी मिल चुकी है. इश्यू प्राइस 1 लाख करोड़ रुपए का हो सकता है. IPO और लिस्टिंग के लिए LIC एक्ट 1956 में बड़े बदलाव किए गए हैं. हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि IPO के जरिए कितने शेयर बेचे जाएंगे और वह किस प्राइस बैंड में होंगे.

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पॉलिसीहोल्डर्स को IPO से क्या मिलेगा फायदा?

सरकार ने LIC IPO का ऐलान करते वक्त ही कहा था कि इश्यू साइज से 10% शेयर पॉलिसीहोल्डर्स के लिए सुरक्षित रखे जाएंगे, जिस तरह कर्मचारियों के लिए कंपनी के IPO में शेयर सुरक्षित रखे जाते हैं. हालांकि, यह कम्पीटिटिव बेसिस पर होगा. मतलब पॉलिसीहोल्डर को आम निवेशकों के मुकाबले सस्ता शेयर मिलेगा. इस वक्त LIC में करीब 28.9 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स हैं. बाजार का नियम यही कहता है कि कंपनी फ्लोर प्राइज का अधिकतम 10% डिस्काउंट देकर कर्मचारियों के लिए शेयर जारी कर सकती है.

कितना हो सकता है प्राइस बैंड?

LIC IPO में शेयरों को किस भाव पर लाया जाएगा यह अभी तय नहीं है. लेकिन, बाजार के लिहाज से काफी अहम है. दरअसल, बाजार में लिस्ट हुए इसके पहले सरकारी बीमा कंपनियों के IPO का अनुभव अच्छा नहीं रहा है. साल 2017 में न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी का शेयर 770-800 रुपए में ऑफर किया गया था. BSE पर इसकी लिस्टिंग 748.90 रुपए में हुई थी. आज न्यू इंडिया इंश्योरेंस का शेयर भाव लिस्टिंग भाव से काफी नीचे 161 रुपए के आसपास है. जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को NSE पर 857.50 रुपए पर लिस्ट किया गया था, लेकिन आज इसकी कीमत 149.50 रुपए पहुंच गई है.

सरकार के लिए क्यों जरूरी है LIC IPO?

सरकार के लिए LIC का विनिवेश काफी अहम है. अगर उसे इस वित्त वर्ष में विनिवेश का लक्ष्य 1.75 लाख करोड़ रुपए पूरा करना है तो यह LIC से ही हो सकता है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ऐलान किया था कि 2021-22 में सरकार विनिवेश के जरिए 1.75 लाख करोड़ रुपए जुटाना चाहती है. दो सरकारी बैंकों के निजीकरण की भी योजना है, लेकिन अभी कुछ तय नहीं हुआ है. 

क्यों लगाना चाहिए आपको पैसा?

देश के इंश्योरेंस सेक्टर में LIC सबसे बड़ी कंपनी है. LIC का साइज और आम आदमी तक इसकी पहुंच को देखते हुए इसके कारोबार में बढ़त का ही अनुमान है. महामारी जैसी स्थितियों को देखते हुए भविष्य के लिए मजबूत संभावनाएं दिखाई देती है. LIC की बाजार हिस्सेदारी करीब 66 फीसदी है. 31 मार्च 2020 तक LIC का कुल एसेट 37.75 लाख करोड़ रुपए का था. इसके पास 22.78 लाख एजेंट और 2.9 लाख कर्मचारियों का विशाल नेटवर्क है. शेयर बाजार में भी LIC सबसे बड़े संस्थागत निवेशकों में से है. शेयर बाजार में मोटा निवेश है. अच्छे निवेश पोर्टफोलियो से अच्छे रिटर्न की उम्मीद हमेशा रहती है.

अनिल सिंघवी की क्या है LIC IPO पर राय?

LIC का IPO अब तक का सबसे बड़ा होगा. मार्केट गुरु और ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी का मानना है कि LIC के IPO में पैसा लगाने से पहले सोचने की जरूरत ही नहीं है. ऐसे में एक साथ पूरा IPO लाने की जरूरत नहीं. आप दो हिस्सों में भी IPO ला सकते हैं. इसके तहत शेयरों का एक लॉट पहले ऑफर होगा. इसके कुछ समय बाद दूसरा हिस्सा ऑफर हो सकता है. हालांकि, कई मार्केट एनालिस्ट भी कह चुके हैं कि इतना बड़ा IPO होने की वजह से इन्वेस्टर्स के पास इतना पैसा होना चाहिए कि वे LIC का IPO खरीद सकें.

10 मर्चेंट बैंकर किए गए शॉर्टलिस्ट

PTI की खबर के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि गोल्डमैन सैक्स, जेपी मॉर्गन, ICICI सिक्योरिटीज, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल, सिटीग्रुप, नोमुरा होल्डिंग्स समेत 10 बैंकर्स शॉर्टलिस्ट किए गए हैं.