Telecom Stocks: कैश की कमी से जूझ रहे टेलिकॉम सेक्टर को केंद्र सरकार से बड़ी राहत मिलने के बाद आज Vodafone Idea के शेयरों में 15 फीसदी की शानदार तेजी है. वहीं Bharti Airtel में भी बढ़त देखने को मिल रही है. RIL में फलैट ट्रेडिंग देखने को मिल रही है. सरकारी राहत मिलने का जहां कंपनियों ने स्वागत किया है, वहीं एक्सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस को भी टेलिकॉम सेक्टर की सेहत सुधरने की उम्मीद है. उनका कहना है कि AGR बकाए पर 4 साल के मोरेटोरियम से कंपनियों को जहां कैश जेनरेट करने का मौका मिलेगा, वहीं इससे वे अपना बकाया चुकाया पाएंगी. वहीं कंपनियों क मुनाफा बढ़ेगा. सबसे अच्छी बात है कि इससे किसी एक कंपनी की मोनोपोली नहीं रहेगी और कडी प्रतियोगिता से सभी कंपनियों को फायदा मिलेगा. हालांकि ज्यादातर ने इन सबमें Airtel को साफ विनर बताया है.

Airtel बनेगा विनर, VIL पर रिस्क कम

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ब्रोकरेज हाउस ICICI Securities का कहना है कि AGR बकाए पर कंपनियों को राहत का लंबे समय से इंतजार था. सरकार ने जब राहत दे दी है तो साफ है कि टेलिकॉम सेक्टर की प्रमुख कंपनी Vodafone Idea (VIL) अभी बंद नहीं होगी. इससे कंपनी पर 25200 करोड़ रुपये के करीब पेमेंट का बर्डेन कम हो सकता है. कंपनी बकाया आगे नहीं भी चुका पाई तो ड्यू के बदले सरकार को इक्विटी इश्यू करने का विकल्प है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि उम्मीद है कंप​नियां जल्द ही टैरिफ में इजाफा करेंगी. फिलहाल इस राहत से Vodafone Idea में रिस्क कम हुआ है. जियो को बहुत ज्यादा बेनेफिट नहीं होने वाला है. इंडसटॉवर का आउटलुक बेहतर हुआ है. लेकिन Airtel इसमें विनर साबित होगा.

सबकी पसंद Airtel

ब्रोकरेज हाउस CLSA का कहना है कि राहत पैकेज और टैरिफ में बढ़ोतरी से कंपनियों को राहत मिलेगी. अब इंडिया के टेलिकॉम सेकटर में तीन प्रमुख कंपनियां एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया रहेंगी. ब्रोकरेज हाउस सिटी क कहना है कि इस राहत का सबसे ज्यादा फायदा Airtel को मिलेगा. जेपी मॉर्गन ने भी टेलीकॉम सेक्टर में Airtel को टॉप पिक बताया है. हालांकि ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि सरकार की ओर से सेक्टर को लेकर जो रिफॉर्म हुए हैं, उसका फायदा सभी को होगा.

सरकार से क्या मिली राहत

केंद्र सरकार ने एग्रीगेटेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की बकाया राशि चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 4 साल का मोरेटोरियम देने का ऐलान किया है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब खासतौर से Airtel और Vodafone Idea लंबे समय से AGR बकाए पर राहत की मांग कर रही थीं. बता दें कि टेलिकॉम सेक्टर की ये दोनों प्रमुख कंपनियां कैया की कमी से जूझ रही हैं.  AGR बकाएं की बात करें तो Vodafone Idea को 58,254 करोड़ रुपये चुकाने हैं. जबकि Airtel को करीब 43,980 करोड़ रुपये चुकाने हैं.