आभूषण विक्रेता शुक्रवार को धनतेरस के दिन सोने की मांग को लेकर सतर्क, मगर आशान्वित हैं. भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के मद्देनजर सोने की कीमतों में तेज वृद्धि के बीच वे सोने के आभूषण और सर्राफा की बिक्री में 10 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. पिछले साल धनतेरस के बाद से सोने की कीमतें 20 फीसदी से अधिक बढ़कर लगभग 61,000 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई हैं. पिछले साल धनतेरस पर दिल्ली में सोने की कीमतें कर को छोड़कर 50,139 रुपए प्रति दस ग्राम थीं, जबकि वर्ष 2021 धनतेरस त्योहार पर यह 47,644 रुपए थी. 

धनतेरस पर होती है शुभ खरीदारी

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धनतेरस को हिंदू कैलेंडर में कीमती धातुओं, बर्तनों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को खरीदने के लिए शुभ माना जाता है. इस दिन कई लोग वाहन भी खरीदते हैं. सामान्य वर्षों में धनतेरस के दिन करीब 20-30 टन सोना बिक जाता है. ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन संयम मेहरा ने बताया, ‘‘सोने की कीमतों में सालाना 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है. और लोगों ने सोने की आधार कीमत 58,000 रुपए प्रति दस ग्राम को स्वीकार कर लिया है. हम पिछले साल की तुलना में इस धनतेरस पर बिक्री में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं.’’ 

मेकिंग चार्ज में छूट दी जा रही है

उन्होंने कहा कि कई ज्वेलर्स द्वारा दी जा रही मेकिंग चार्ज में छूट का लाभ उठाते हुए उपभोक्ताओं ने धनतेरस के दिन डिलिवरी के लिए बुकिंग की है. हालांकि, विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) के भारत के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोमसुंदरम पीआर ने कहा, ‘‘ज्वेलर्स सतर्क रूप से आशावादी हैं, हालांकि उपभोक्ता भावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं. सोने की ऊंची कीमत धनतेरस पर एक महत्वपूर्ण रुकावट होगी.’’ सांकेतिक खरीदारी होगी और स्वर्ण छड़ें तथा सिक्कों की भारी मांग होगी. उन्होंने कहा कि कुल धनतेरस बिक्री, वर्ष 2021 और वर्ष 2022 में हासिल किए गए स्तर तक पहुंचने की संभावना नहीं है. 

मांग में मजबूत देखी जा रही है

बिक्री से उत्साहित कल्याण ज्वेलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन ने कहा, ‘‘हम अपने शोरूम में मजबूत मांग और ग्राहकों की संख्या देख रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि हालांकि वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में विस्तारित श्राद्ध अवधि के कारण उद्योग में मांग में देरी देखी गई. इसके बाद बिक्री की गति में नए सिरे से उछाल से कंपनी कुछ आशान्वित है. आभूषणों की नई और मौसमी श्रृंखला के अलावा धनतेरस को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने उत्पाद के वजन में लचीलेपन के साथ 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों में 'अष्ट लक्ष्मी' और 'अष्ट विनायक' सिक्कों का एक अनूठा संस्करण जारी किया है. 

निवेश के लिहाज से भी गोल्ड में मजबूत मांग

सर्राफा मांग पर, एमएमटीसी-पीएएमपी के प्रबंध निदेशक और सीईओ विकास सिंह ने कहा कि धनतेरस और दिवाली के अवसर पर परिवार निवेश और एक पवित्र अनुष्ठान के रूप में सोना खरीदने के सदियों पुराने रीति-रिवाजों को अपनाते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस त्योहारी मौसम के दौरान मजबूत मांग की उम्मीद है.'' उन्होंने कहा कि कंपनी शुद्धतम 999.9 प्लस (24 कैरेट) सोने और चांदी के उत्पाद बेचती है.