दिवाली आने में अब बस चंद रोज बचे हैं. धनतेरस से लेकर दिवाली तक सोना खरीदना शुभ माना जाता है. यही वजह है कि ज्यादातर लोग इस समय सोना खरीदने में दिलचस्पी रखते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस भी सोना बेचता है. जी हां पोस्ट ऑफिस से सबसे सस्ता सोना बेच रहा है. दरअसल, पोस्ट ऑफिस में सरकार की स्कीम चल रही है. सरकार ने कुछ समय पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की सलाह से गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2018-19 स्कीम शुरू की थी. कोई भी व्यक्ति इसके तहत सस्ते में सोना खरीद सकता है. इस स्कीम पर सोना खरीदने के साथ ही इस पर ब्याज भी मिलता है. स्कीम में पैसा लगाने पर टैक्स छूट भी मिलती है.

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कहां से खरीदें सोना?

बॉन्ड की बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), पोस्ट ऑफिस और नेशनल स्टाक एक्सचेंज व बीएसई लिमिटेड के जरिए की जाती है. योजना का पहला चरण 19 अक्टूबर को बंद हुआ था. 5 नवंबर को इसका अगला चरण खुलेगा और 9 नवंबर को बंद होगा. तीसरा चरण 24 दिसंबर से खुलेगा और 28 दिसंबर को बंद होगा. चौथा चरण 14 से 18 जनवरी और पांचवां चरण 4 से 8 फरवरी को खुलेगा.

कैसे तय होगी सोने की कीमत

भारत बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन लिमिटेड की ओर से पिछले 3 दिन 999 प्योरिटी वाले सोने की दी गई कीमतों के आधार पर इस बॉन्ड की कीमत रुपए में तय होती है. स्कीम के तहत इनिशियल इन्वेस्टमेंट पर 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है. इस योजना की शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी. घर में सोना खरीदकर रखने के बजाय अगर आप सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड में निवेश करते हैं, तो आप टैक्‍स बचा सकते हैं.

क्या हैं खरीदने के फायदे

सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्‍ड सोने की कीमतों से जुड़ा होता है. जैसे ही सोने की कीमतें बढ़ेंगी, वैसे ही आपका निवेश भी बढ़ेगा. इसके लिए आपको कोई सालाना चार्ज भी नहीं देना है. इन बॉन्‍ड के जरिए लोन भी ले सकते हैं. ये बॉन्‍ड पेपर और इलेक्‍ट्रोनिक फॉर्मेट में होते हैं, तो इससे आपको फिजिकल गोल्‍ड की तरह लॉकर में रखने का खर्च भी नहीं उठाना पड़ता.

कैपिटल गेन टैक्स की भी हो सकती है बचत

सोने की कीमतों में गिरावट आने पर गोल्ड बॉन्ड नकारात्मक रिटर्न देता है. इस अस्थिरता को कम करने के लिए सरकार लंबी अवधि वाले गोल्ड बॉन्ड जारी कर रही है. इसमें निवेश की अवधि 8 साल होती है, लेकिन आप 5 साल बाद भी अपना पैसा निकाल सकते हैं. 5 साल के बाद पैसा निकालने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता.