शेयर बाजार में रोजाना कंपनियों में लाखों लोग ट्रेडिंग करते हैं. निवेश अपना पैसा इसलिए इन्वेस्ट करते हैं क्योंकि मार्केट से बेहतर रिटर्न मिल सकता है. लेकिन, यहां रिटर्न जितना बेहतर है उतना ही बड़ा रिस्क भी है. अचानक किसी कंपनी में ट्रेडिंग बंद होने पर निवेशकों के पैसे का क्या होगा? ऐसा ही 16 कंपनियों के निवेशक इन दिनों सोच रहे हैं. दरअसल, इन 16 कंपनियों की गलती की सजा निवेशकों को उठानी पड़ सकती है. BSE पर लिस्टेड 16 कंपनियों में जल्द ही ट्रेडिंग बंद हो सकती है. BSE ने इसे लेकर एक सर्कुलर जारी किया है.

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BSE के सर्कुलर के मुताबिक, 4 नवंबर 2019 से इन कंपनियों के शेयरों में ट्रेडिंग पर रोक लगाई जा सकती है. कंपनियों पर लिस्टिंग के नियमों को उल्लंघन का आरोप है. साथ ही कुछ कंपनियों ने मार्च और जून तिमाही के नतीजे पेश किए हैं. अगर कंपनियों ने भी अब भी समय रहते अपनी गलतियों में सुधार नहीं किया तो इनके शेयरों में ट्रेडिंग बंद हो जाएगी. BSE ने कंपनियों को 31 अक्टूबर तक का समय दिया है. इसके अलावा NSE पर भी 7 कंपनियों की ट्रेडिंग बंद हो सकती है. ट्रेडिंग बंद होने से सबसे ज्यादा नुकसान रिटेल निवेशकों का होगा.

इन 16 कंपनियों में बंद होगी ट्रेडिंग

8K माइल्स, डॉल्फिन ऑफशोर, मयूर लैदर प्रोडक्ट्स, एटलस साइकिल (Haryana) Ltd, सुप्रीम इंफ्रा, मनपसंद बेवरेजेज, बिनानी इंडस्ट्रीज, Dion ग्लोबल सॉल्यूशन, हाई ग्राउंड एंटरप्राइजेज, जेजे एक्सपोर्टर्स, Marg Ltd, राठी ग्राफिक टेक्नोलॉजी, Sang Froid Labs (India) Ltd, सुप्रीम इंफ्रा, Cosboard Industries, NR इंटरनेशनल और रियल ग्रोथ कमर्शियल एंटरप्राइजेज.

BSE के मुताबिक, कोसबोर्ड इंडस्ट्रीज, NR इंटरनेशनल, रियल ग्रोथ कमर्शियल एंटरप्राइसेज ने फाइनेंशियल रिजल्ट तो घोषित कर दिए हैं. लेकिन, जुर्माने का भुगतान नहीं किया है. BSE ने कहा है कि फिलहाल कंपनियों की पूरी प्रोमोटर शेयरहोल्डिंग को 11 अक्टूबर से फ्रीज कर दिया गया है. एक दूसरे नोटिस में NSE ने कहा है कि वो भी 7 कंपनियों की ट्रेडिंग को सस्पेंड करने वाला है. इन कंपनियों में बिनानी इंडस्ट्रीज, मनपसंद बेवरेजेज जैसी कंपनियां शामिल हैं. 4 नवंबर से इनकी ट्रेडिंग पर रोक लगाई जा सकती है. दोनों ही कंपनियों ने मार्च और जून तिमाही के नतीजे पेश नहीं किए हैं.