मुंबई में अकेले रहने या टिफिन मंगा कर खाने वालों को रेलवे ने बड़ी राहत दी है. रेलवे ने मुंबई के विश्व प्रसिद्ध डब्बावालों को पश्चिम रेलवे की लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति दे दी गई है. ऐसे में अब टिफिन टाइम से पहुंच सकेगा. मुंबई में बड़ी संख्या में लोग खाने के लिए इन डिब्बे वालों पर निर्भर रहते हैं. गौरतलब है कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए रेलवे सिर्फ उन्हीं लोगों को लोकल ट्रेनों में सफर की अनुमति दे रहा है जिन्हें राज्य सरकार ने अनुमति दी है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सरकार ने इन्हें दी है लोकल ट्रेनों में सफर की इजाजत

भारतीय रेलवे ने मुंबई में सभी रेल कर्मचारियों, रेलवे के पीएयू के कर्मचारियों के लिए खास वर्कमैन स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं . रेलवे ने लोकल ट्रेनों में कलेक्टर ऑफिस और मंत्रालयों के सभी कर्मचारियों को यात्रा करने की अनुमति दी है. सभी मुंसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों जिसमें मुंसिपल स्कूल स्कूल के टीचर और कांट्रेक्चुअल स्टॉफ को भी यात्रा करने की अनुमति दी है. महाराष्ट्र पुलिस जिसमें मुंबई पुलिस और जीआरपी शामिल है इन्हें भी लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की इजाजत है. BSET, MSRTC, MBMT, VVMT, NMMT, TMT, KDMT के कर्मचारियों को भी लोकल ट्रेनों में सफर करने की अनुमति दी गई है.

रेलवे 700 से ज्यादा लोकल ट्रेनें चला रहा है 

भारतीय रेलवे ने मुंबई के लोगों को बड़ी राहत दी है. वेस्टर्न रेलवे ने मुंबई में 15 अक्टूबर 2020 से 194 और लोकल ट्रेनें चलानी शुरू की हैं. इन ट्रेनों में 15 एसी लोकल ट्रेनें भी शामिल हैं. इन ट्रेनों को चलाए जाने के बाद मुंबई में रोज चलने वाली लोकल ट्रेनों की संख्या 700 के करीब पहुंच जाएगी. अब तक रोज लगभग 506 ट्रेनें चलाई जा रहीं थीं.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

10 एसी ट्रेनें भी चलाई जाएं

रेलवे की ओर से चर्चगेट से विरार के बीच फास्ट कॉरीडोर पर 10 में से 8 एसी लोकल ट्रेनें चलानी शुरू की हैं. एक एसी स्पेशल लोकल ट्रेन महालक्ष्मी से बोरीवली और एक बोरी बोरीवली से चर्चगेट स्टेशन के बीच चलाई जाएगी.