Barauni Junction: क्या आपने भारत में कोई ऐसा रेलवे स्टेशन देखा है जहां आपको एक नंबर प्लेटफार्म से दो नंबर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए रिक्शा लेना पड़े. तो चलिए आज आपको बिहार के एक अनोखे रेलवे स्टेशन के बारे में बताते हैं. रेलवे के अनोखे फैक्ट्स भारत का रेल नेटवर्क 70,225 km में फैला हुआ है और ट्रैक की लम्बाई 1,26,366 km है. देश में रोजाना लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. रेलवे नेटवर्क गांव को शहर से भी जोड़ने का काम करती है. कभी-कभी रेलवे में कई ऐसे आश्चर्यजनक फैक्ट्स सुनने को मिलते हैं. जैसे किसी रेलवे स्टेशन से गुजरने पर लाइट चली जाती है तो किसी रेलवे स्टेशन से लोग चंदा कर के टिकट लेते हैं. 2 प्लेटफॉर्म के बीच 2 किलोमीटर की दूरी बिहार का बरौनी रेलवे स्टेशन एक ऐसा रेलवे स्टेशन हैं. जहां के 2 प्लेटफॉर्म के बीच की दूरी 2 किलोमीटर है. यहां एक से दूसरे प्लेटफार्म के लिए आपको रिक्शा लेना होता हैं. यहां अंग्रेजों के जमाने में ही1 नंबर प्लेटफॉर्म बनाए गए थे.  जब वहां ये प्लेटफॉर्म बनाए गए तब उस वक्त लोगों को अंदाजा नहीं था कि और भी कई प्लेटफॉर्म बनाने की जरूरत होगी. लेकिन बाद में समय के साथ जरूरत को देखते हुए 2 से 8 नंबर तक प्लेटफार्म बनाए गए. 2 किलोमीटर दूर बनाए गए प्लेटफॉर्म जब नए प्लेटफॉर्म बनाने की बात आयी तो 1 नंबर प्लेटफॉर्म के पास काफी स्टेशन काफी कम जमीन पर बना था. इसलिए निर्णय लिया गया कि इस स्टेशन से कुछ आगे की जमीन पर जंक्शन का विस्तार किया जाए. इसलिए जहां प्लेटफॉर्म नंबर एक है उस जगह से 2 किलोमीटर दूर नए जंक्शन का निर्माण किया गया. पुराने स्टेशन पर सिर्फ रुकती है मालगाड़ी जब नए स्टेशन का निर्माण हो गया तो पुराने प्लेटफार्म नंबर एक को सिर्फ मालगाड़ी रुकने के लिए छोड़ दिया गया. इसी जंक्शन को बाद में न्यू बरौनी जंक्शन बना दिया गया.