मध्य रेल (Central Railway) के विस्टाडोम कोच को यात्रियों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. अब चाहे वो मुंबई-गोवा रूट पर घाटियों, नदियों और झरनों के मनमोहक दृश्य हों या मुंबई-पुणे रूट पर पश्चिमी घाट के खूबसूरत नजारे हों, कांच के टॉप और बड़े-बड़े शीशे वाली खिड़कियों वाले ये कोच हिट साबित हुए हैं. मध्य रेल द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेनों के विस्टाडोम कोच (Vistadome Coach) में अप्रैल से सितंबर तक 6 महीनों के दौरान 56,895 यात्रियों ने सफर किया है, जिससे मध्य रेलवे ने 7.32 करोड़ रुपये का राजस्व (Revenue) प्राप्त किया.

मुंबई-मडगांव-मुंबई जनशताब्दी एक्सप्रेस में 16,078 यात्रियों ने किया सफर

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, यात्रियों की संख्या के मामले में मुंबई-मडगांव-मुंबई जनशताब्दी एक्सप्रेस 100 पर्सेंट से भी ज्यादा यात्रियों के साथ सबसे आगे है. इस ट्रेन में 16,078 यात्रियों ने सफर किया है, जिससे मध्य रेलवे को 3.35 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. इसके बाद, मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन क्वीन ने अप दिशा यानी पुणे से मुंबई रूट पर 99 पर्सेंट की ऑक्यूपेंसी दर्ज की है, जिससे मध्य रेलवे को 1.43 करोड़ रुपये का राजस्व और मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस 100 पर्सेंट ऑक्यूपेंसी के साथ 16,190 यात्रियों को सेवाएं दी हैं, जिससे 1.26 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है.

बताते चलें कि मध्य रेलवे ने पहली बार साल 2018 में मुंबई-मडगांव जनशताब्दी एक्सप्रेस में विस्टाडोम कोचों की शुरुआत की थी. यात्रियों की जबरदस्त डिमांड को देखे हुए मध्य रेलवे ने 15 सितंबर, 2022 को मुंबई-मडगांव रूट पर चलने वाली तेजस एक्सप्रेस में दूसरा विस्टाडोम जोड़ा था.

यात्रियों के शानदार रिस्पॉन्स के बाद दूसरी ट्रेनों में भी लगाए गए विस्टाडोम कोच

विस्टाडोम कोचों को मिले सॉलिड रिस्पॉन्स की वजह से ही 26 जून, 2021 से मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस में इन कोचों की शुरुआत हुई. जिसके बाद विस्टाडोम कोच की डिमांड में लगातार बढ़ोतरी होती चली गई, जिसके बाद मुंबई-पुणे रूट पर 15 अगस्त, 2021 को डेक्कन क्वीन के साथ दो और विस्टाडोम कोच जोड़े गए. इसके बाद प्रगति एक्सप्रेस में  दिनांक 25 जुलाई से और पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस में 10 अगस्त, 2022 से एक-एक विस्टाडोम कोच की शुरुआत की गई.

बताते चलें कि भारतीय रेल के विस्टाडोम कोचों में कांच की छत और बड़ी-बड़ी कांच की खिड़कियों के अलावा एलईडी लाइट, रोटेटेबल सीट्स, पुशबैक चेयर, बिजली से चलने वाले ऑटोमेटिक स्लाइडिंग कम्पार्टमेंट डोर, दिव्यांगों के लिए चौड़े साइड स्लाइडिंग दरवाजे, सिरेमिक टाइल फ्लोर के साथ आधुनिक साफ-सुथरे शौचालय आदि शामिल हैं.