रेल मंत्रालय ने सभी स्पेशल ट्रेनों की कैटरिंग का जिम्मा आईआरसीटीसी को दिया है. पिछले दिनों ट्रेन में एक टूरिस्ट पार्टी द्वारा गैस सिलिंडर में आग लगने की घटना के बाद अहम बदलाव हुआ है. 450 से अधिक मेल और एक्सप्रेस गाड़ियों की कैटरिंग पहले ही आईआरसीटीसी के पास है. इसी के साथ कह सकते हैं कि ट्रेन के साथ स्पेशल कोच की केटरिंग भी आईआरसीटीसी को सौंपी गई है. इसके अलावा बीएसई की फाइलिंग के अनुसार फुल टैरिफ रेट (FTR) यानी पूरे कोच की बुकिंग की है तो इसकी  कैटरिंग की जिम्मेदारी आईआरसीसीटी के पास होगी. 

IRCTC के जरिए बुक होंगे दूसरे वेंडर

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आईआरसीटीसी के मुताबिक यदि फुल टैरिफ रेट पर कोच, ट्रेन बुकिंग पर कंपनी ही कैटरिंग सर्विस देगी. रेलवे से सर्विस उपलब्ध कराने की मंजूरी मिली. यदि आपको कैटरिंग सर्विस के लिए दूसरे वेंडर को भी बुक करना है तो वह भी आईआरसीटीसी के जरिए ही होगा. इसे ऐसे समझिए यदि आप ट्रेन से सफर कर रहे हैं और रास्ते में किसी स्टेशन में पिज्जा चाहिए तो आप आईआरसीटीसी के जरिए ही बुकिंग करनी होगी. इससे रेलवे में कैटरिंग सर्विसेज में आईआरसीटीसी का एकाधिकार हो जाएगा. 

रेलवे कैटरिंग में आईआरसीटीसी का एकाधिकार 

IRCTC के मुताबिक सभी ग्राहक आईआरसीटीसी के वेबसाइट पर जाकर बुकिंग करवा सकते हैं. गौरतलब है कि ट्रेन का पूरा कोच बुक करते हैं तो आपको तय राश‍ि का 30 से 35 प्रतिशत ज्‍यादा भुगतान करना होगा.  अभी तक ई कैटरिंग में कई सारे वेंडर का ऑप्शन आता था अब आपको केवल आईआरसीटीसी के जरिेए ही कैटरिंग की बुकिंग होगी. इस कदम का असर IRCTC के स्टॉक्स पर भी देखने को मिला है. आईआरसीटीसी के शेयर में 6.79 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. 

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आपको बता दें कि FTR वेबसाइट www.ftr.irctc.co.in के जर‍िये यात्रा के लिए पूरे कोच को बुक कर सकते हैं. साथ ही में FTR के जरिए बुकिंग अपनी यात्रा से ज्यादा से ज्यादा छह महीने और कम से कम 30 दिन पहले करनी होती है.