Indian Railways: देश में लंबे और आरामदायक सफर के लिए लोग हमेशा से ही इंडियन रेलवे का इस्तेमाल करते हैं. किफायती होने के कारण ज्यादातर लोग इसे प्राथमिकता देते हैं. लेकिन फिर भी कई लोग ट्रेन में बिना टिकट के सफर करते हैं. रेलवे समय समय पर ऐसे लोगों के लिए जागरूकता संदेश भी जारी करता है. ट्रेन से बिना टिकट के सफर करना न केवल गलत है, बल्कि यह कानून अपराध भी है, जिसके लिए जुर्माना, जेल या दोनों का प्रावधान है. पश्चिम रेलवे पर सभी वैध यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेनों, मेल/एक्सप्रेस के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में बिना टिकट/अनियमित यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिए लगातार गहन टिकट जांच अभियान चलाए जा रहे हैं. 

एक साल में लगाया 173.89 करोड़ रुपये का जुर्माना

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पश्चिम रेलवे (Western Railway) के वरिष्ठ वाणिज्‍य अधिकारियों के पर्यवेक्षण में अत्यधिक अनुभवी टिकट जांच टीम द्वारा अप्रैल, 2023 से मार्च, 2024 तक कई टिकट जांच अभियान चलाए गए, जिससे 173.89 करोड़ रुपये की प्राप्ति की गई, जिसमें मुंबई उपनगरीय खंड से प्राप्‍त 46.90 करोड़ रुपये भी शामिल है.

मार्च में लगाया 16.77 करोड़ रुपये का जुर्माना 

पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मार्च, 2024 के दौरान बिना बुक किए सामान के मामलों सहित 2.75 लाख बिना टिकट/अनियमित यात्रियों से 16.77 करोड़ रुपये की राशि वसूल की गई. इसके अलावा, मार्च महीने में पश्चिम रेलवे ने मुंबई उपनगरीय खंड पर 01 लाख से अधिक मामलों का पता लगाकर 4.80 करोड़ रुपये का जुर्माना प्राप्‍त किया. 

60 हजार से अधिक लोगों पर लगा जुर्माना

एसी लोकल ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने के लिए नियमित औचक टिकट जांच अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियानों के परिणामस्वरूप अप्रैल, 2023 से मार्च, 2024 के दौरान लगभग 60,000 अनधिकृत यात्रियों पर जुर्माना लगाया गया है और जुर्माने के रूप में 200 लाख रुपये वसूल किये गये, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 25% अधिक है.