Indian Railways Ticket Checking Revenue: यात्रियों को सुविधाजनक, आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं देने के लिए भारतीय रेल का पश्चिम रेलवे (Western Railway) मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेन, मेल ट्रेन, एक्सप्रेस ट्रेन के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेन और स्‍पेशल ट्रेनों में सख्ती से टिकट चेकिंग अभियान (Ticket Checking Drive) चलाता है ताकि बिना टिकट और अनियमित यात्रा के मामलों को रोका जा सके. पश्चिम रेलवे के सीनियर कमर्शियल अधिकारियों की देखरेख में डेडिकेटेड टिकट चेंकिंग स्टाफ ने इस साल अप्रैल से सितंबर के दौरान कई टिकट चेकिंग अभियान चलाए, जिनमें 97.17 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया.

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इस साल सामने 300 पर्सेंट ज्यादा मामले 

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सिर्फ सितंबर महीने में बिना टिकट, अनियमित यात्रा और बिना बुक किए गए सामान के साथ यात्रा करने के 1.59 लाख मामले सामने आए, जिनसे 9.99 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. बताते चलें कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान पश्चिम रेलवे ने बिना टिकट यात्रा करना, अनियमित यात्रा करना और बिना बुक किए गए सामान के साथ यात्रा करने के कुल 14.39 लाख मामले पकड़े गए हैं, जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में करीब 300 फीसदी ज्यादा है. पश्चिम रेलवे ने पिछले साल इसी अवधि के दौरान ऐसे 4.79 लाख मामले पकड़े थे.

पिछले साल के मुकाबले करीब 400 पर्सेंट ज्यादा हुई जुर्माने की वसूली

पश्चिम रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष अप्रैल से सितंबर के बीच पकड़े गए 14.39 लाख मामलों से 97.17 करोड़ रुपये की वसूली हुई, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान हुई वसूली से करीब 400 फीसदी ज्यादा है. पश्चिम रेलवे ने पिछले साल इसी अवधि के दौरान ऐसे मामलों में जुर्माने के रूप में 24.60 करोड़ रुपये की वसूली की थी. एसी लोकल ट्रेनों में अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए लगातार टिकट चेकिंग अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियानों का ही नतीजा है कि अप्रैल, 2022 तक करीब 16,000 अनधिकृत यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई कर उनसे जुर्माना वसूला गया.