Indian Railways: भारत में ट्रेनों को ट्रांसपोर्टेशन के एक बहुत बड़े माध्यमों से एक माना जाता है. संसद में पेश किए गए एक डेटा के मुताबिक, हर दिन करीब 10,378 ट्रेनें चलती है. रेलवे अपने पैसेंजर को एक बेहतर ट्रैवल एक्सपीरिएंस देने के लिए कई सारे कदम उठाती है. रेलवे अपने सीनियर सिटीजन पैसेंजर्स का भी ध्यान रखते हुए उन्हें कई तरह की सुविधाएं देती है. इसमें बिना मांगे उनके लिए लोअर बर्थ का इंतजाम हो या टिकट की मूल कीमत पर सब्सिडी देना- रेलवे अपने पैसेंजर्स को कई सारी सुविधाएं देती है. रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक लिखित जवाब देते हुए इन सभी बातों की जानकारी दी.

बिना मांगे कंफर्म लोअर बर्थ का जुगाड़

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अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि सिनियर सिटीजन को ट्रेन में कंफर्म लोअर बर्थ देने के लिए रेलवे में अलग से प्रोविजन है. रेलवे के नियमों के मुताबिक, सीनियर सिटीजन, 45 साल और उससे अधिक आयु की महिला पैसेंजर्स की तरफ से कोई ऑप्शन चुने बिना ही उन्हें निचली बर्थ देने का प्रोविजन है. हालांकि इसमें इस बात पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है कि बुकिंग के वक्त एकोमेडेशन उपलब्ध हो. 

क्या है नियम

इसके तहत, सीनियर सिटीजन, 45 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए स्लीपर कैटेगरी में प्रत्येक कोच में 6 से सात लोअर बर्थ, 3एसी में प्रत्येक कोच में चार से पांच लोअर बर्थ, 2AC में प्रत्येक कोच में तीन से चार लोअर बर्थ का कोटा निर्धारित किया गया है. 

उन्होंने बताया कि इसके अलावा ऑनबोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा भी सीनियर सिटीजन, दिव्यांगजन और महिलाओं जिन्हें सिस्टम में अपर बर्थ दे दी गई, को अगर ट्रेन में कोई लोअर बर्थ खाली हो, तो दे देने का प्रोविजन बनाया गया है.

सीनियर सिटीजन को टिकट में डिस्काउंट कब?

रेल मंत्री ने बताया कि सीनियर सिटीजन क कोरोना काल के पहले ट्रेन टिकट पर मिलने वाले डिस्काउंट को 20 मार्च, 2020 को वापस ले लिया गया था. सरकार ने 2019-20 में पैसेंजर टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी. उन्होंने बताया कि ट्रेन से सफर करने वाले हर व्यक्ति को औसतन 53 फीसदी का डिस्काउंट दिया जाता है. यह सब्सिडी सीनियर सिटीजन समेत सभी नागरिकों को दी जाती है. इसके अलावा रेलवे दिव्यांगजनों, छात्रों और रोगियों जैसे कई कैटेगरी में सब्सिडी देती है. 

सीनियर सिटीजन को मिलती थी कितनी छूट?

रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने कहा कि भारतीय रेलवे 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरूषों को किराये में 40 प्रतिशत की छूट देता था और महिलाओं के लिए न्यूनतम आयु 58 वर्ष होने पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाती थी. ये छूट मेल/एक्सप्रेस/ राजधानी/शताब्दी/दुरंतो समूह की ट्रेनों में सभी वर्गो के लिए दी जाती थी. 

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