Term Life Insurance: टर्म लाइफ इंश्‍योरेंस लेना अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. एक टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी आपकी फैमिली को फाइनेंशियल सिक्‍युरिटी देती है. किसी भी कारणवश आपके न रहने पर टर्म प्‍लान आपकी आर्थिक जिम्‍मेदारियों को पूरा करने में सहायक होता है. एक्‍सपर्ट मानते हैं कि टर्म प्‍लान नौकरी की शुरुआत में ही या कम उम्र में लेना बेहतर होता है. 28-30 की कम उम्र में टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदने के अपने कई बेनेफिट हैं. 

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पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के बिजनेस हेड (टर्म लाइफ इंश्योरेंस) सज्जा प्रवीण चौधरी का कहना है, हमेशा कम उम्र में टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदने का सुझाव इसलिए दिया जाता है क्योंकि यह पॉकेट फ्रेंडली होता है. क्योंकि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आप पर और जि‍म्मेदारियां आती हैं और उस समय टर्म लाइफ कवर एक जरूरत बन जाता है. उम्र बढ़ने के साथ, प्रीमियम भी बढ़ता है क्योंकि आपके पास भुगतान करने के लिए ज्‍यादाा देनदारियां होती हैं. इसलिए टर्म इंश्योरेंस 28 से 30 वर्ष की कम उम्र में ही खरीदना चाहिए, जिससे कम प्रीमियम, टैक्स डिस्काउंट और नए एड ऑन जोड़ने जैसे लाभों को प्राप्त किया जा सके.

कम होता है प्रीमियम

चौधरी कहते हैं, टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदने की योजना बना रहे लोगों के बीच एक बहुत ही आम सवाल है कि टर्म इंश्योरेंस खरीदने की सही उम्र क्या है. हालांकि, टर्म प्लान खरीदने के लिए कोई खास उम्र नहीं बताई गई है, लेकिन हेल्थ इंश्योरेंस की तरह -जितनी जल्दी आप इसे खरीदते हैं, उतना ही बेहतर होता है. सरल शब्दों में, अगर आप कम प्रीमियम पर टर्म लाइफ इंश्योरेंस के सभी बेनेफिट लेना चाहते हैं, तो यह सुझाव दिया जाता है कि जैसे ही आप कमाई करना शुरू करते हैं, एक टर्म प्‍लान जरूर खरीद लें.

कम रहता है रिजेक्‍शन रेश्‍यो 

चौधरी का कहना है, अगर आप पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, तो आपके टर्म लाइफ इंश्योरेंस अप्‍लीकेशन के रिजेक्‍ट होने की संभावना काफी ज्यादा है. आमतौर पर कोई व्यक्ति बड़ी उम्र में एक गंभीर बीमारी के संपर्क में आता है. इसलिए यह सलाह दी जाती है कि जब आप अपने सबसे अच्छे हेल्‍थ कंडीशन में हों तो टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान खरीदें, जो कि ज्यादातर कम उम्र में होता है. यंग एज में कम रिजेक्‍शन रेश्‍यो उन व्यक्तियों से जुड़े कम से कम रिस्‍क के कारण है जिनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं है. ज्यादातर बीमा कंपनियां पहले से मौजूद बीमारियों वाले लोगों को टर्म लाइफ इंश्योरेंस कवर देने से इनकार कर देती हैं. हालांकि, कुछ बीमा कंपनियां ज्‍यादा प्रीमियम पर टर्म प्‍लान ऑफर करती हैं.

टैक्स बचाने में मददगार 

सज्जा प्रवीण चौधरी का कहना है, आपकी अचानक मृत्यु के मामले में आपके आश्रितों को फाइनेंशियल सिक्‍युरिटी के अलावा, टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी आपको सरवाइवल बेनेफिट भी देती है. आप अपने टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान के लिए जो प्रीमियम भुगतान करते हैं, उस पर इनकम टैक्‍स एक्‍ट के सेक्‍शन 80C के तहत टैक्स बेनेफिट मिलता है. इसमें टैक्‍स बेने‍फिट लेने की लिमिट 1.5 लाख रुपये तक है. जैसेकि, अगर आप 12,000 रुपये के वार्षिक प्रीमियम के साथ एक टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं, तो आप 30 फीसदी टैक्स डिस्काउंट यानी 3,600 रुपये टैक्स सेविंग्‍स हासिल कर सकते है. इसका मतलब है कि आप तकनीकी रूप से केवल 8,400 रु के सालाना प्रीमियम का भुगतान कर रहे हैं. सालाना प्रीमियम के रूप में सबसे अहम बात यह है कि आपकी मृत्यु के केस में आपके आश्रितों को मिलने वाली बीमा राशि पर भी इनकम टैक्‍स एक्‍ट के सेक्‍शन 10(10) D के अंतर्गत टैक्‍स मुक्‍त रहती है. 

एड-ऑन जोड़ने का लाभ

एक्‍सपर्ट के मुताबिक, अचानक मृत्यु के केस में आपके आश्रितों की फाइनें‍शियल सिक्‍युरिटी करने के अलावा, टर्म इंश्योरेंस कई अन्य मामलों के दौरान भी फायदेमंद होता है, हालांकि उन लाभों का लाभ उठाने के लिए आपको संबंधित ऐड-ऑन खरीदने की जरूरत होती है. बशर्ते, आपको पता होना चाहिए कि बीमा कंपनी मौजूदा उम्र और हेल्‍थ कंडीशन पर विचार करने के बाद ही पॉलिसीधारक को एड-ऑन जारी करती है. एक व्यक्ति जो युवा है और शारीरिक रूप से स्वस्थ है, वह बेसिक टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्लान के साथ प्रीमियम की छूट, आय लाभ राइडर, गंभीर बीमारी राइडर और आकस्मिक मृत्यु लाभ राइडर जैसे प्रमुख राइडर्स आसानी से खरीद सकता है.