प्रोविडेंट फंड (PF) के बारे में ज्‍यादातर नौकरीपेशा जानते हैं. इसके फायदे रिटायरमेंट (Retirement) के बाद मिलने शुरू होते हैं. लेकिन कई बार जरूरत पड़ने पर लोग अपने PF खाते से रकम निकासी करते हैं, जिसे एडवांस कहा जाता है. PF खाते से रकम निकलने पर काफी नुकसान होता है. क्‍योंकि कर्मचारी को उस रकम पर मिलने वाला Compounded interest नहीं मिल पाता है. इसलिए रकम न निकालने में ही भलाई है. जी बिजनेस के खास प्रोग्राम मनी गुरु (Money guru) में OPTIMA MONEY के एमडी पंकज मठपाल और Bajaj Capital के CMO विश्वजीत पराशर ने EPFO फंड की सभी बारिकियां बताई हैं. 

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1)दो किस्तों में मिलेगा PF का ब्याज

कारोबारी साल 2019-20 के लिए PF ब्याज दर 8.50%

ब्याज की रकम दो किस्तों में दी जाएगी

8.15% ब्याज ही EPF खाते में डाला जाएगा

बाकी 0.35% ब्याज का भुगतान दिसंबर 2020 तक

शेयर बाजार में सुधार की स्थिति में एकमुश्त ब्याज देने पर विचार

 

PF-दो किस्तों में भुगतान क्यों?

EPFO का 85% डेट, 15% इक्विटी में निवेश

EPFO सेंसेक्स और निफ्टी ETF के जरिए करता है निवेश

EPFO ने ETF में किए गए कुछ निवेश को बेचने की योजना बनाई थी

कोविड और बाजार की उठापटक के चलते ऐसी नहीं किया जा सका

अभी 8.50% ब्याज देने के लिए 2500 करोड़ पूंजी की कमी

दिसंबर में इक्विटी निवेश में से हिस्सा बेचकर ब्याज दिया जाएगा

8.15% ब्याज का भुगतान अक्तूबर में, 0.35% ब्याज दिसंबर में

EPF पर ब्याज दर 8.50%, 7 साल की न्यूनतम दर पर

इस साल रिटायर होने पर कितना ब्याज?

जो ग्राहक 1-2 महीने में रिटायर हो रहे उन्हें 8.15% ब्याज मिलेगा

रिटायर हो रहे ग्राहकों को अंतिम निकासी के साथ ब्याज की पहली किस्‍त मिलेगी

बचा हुआ 0.35% ब्याज दिसंबर में अकाउंट में आने की संभावना

दिसंबर में इक्विटी निवेश में से हिस्सा बेचकर ब्याज दिया जाएगा

EPF पर अब भी सर्वाधिक ब्याज दर

ब्याज दरों की तुलना

EPF : 8.5%

FD(1 साल) : 6 %

PPF : 7.1%

NSC : 6.8%                                                

PF- पिछले 7 साल की ब्याज दर

2013-14: 8.75%

2014-15: 8.75%

2015-16: 8.8%

2016-17: 8.65%

2017-18: 8.55%

2018-19: 8.65%

2019-20: 8.50%    

EPFO का इक्विटी निवेश

EPFO सीधे कंपनियों के शेयर में निवेश नहीं करता

सेंसेक्स, निफ्टी ETF के जरिए होता है निवेश

EPFO का SBI म्यूचुअल फंड के 2 ETF में निवेश

SBI ETF Nifty 50, SBI ETF Sensex में निवेश

UTI AMC के ETF, CPSE ETF, Bharat 22 ETF में निवेश

2) EPF खाताधारकों को मिलेगा 7 लाख का बीमा कवर

कर्मचारियों की मृत्यु पर मिलने वाले बीमा की लिमिट बढ़ी

EDLI- इंप्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम

EDLI के तहत अब मिलेगा 7 लाख का बीमा कवर

पहले अधिकतम सम अश्योर्ड रकम 6 लाख थी

नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर कर्मचारी के परिवार को मिलेगी अतिरिक्त मदद

क्या है EDLI स्कीम?

EPFO सब्सक्राइबर्स/मेंबर इंप्लॉइज को जीवन बीमा की सुविधा

सभी सब्सक्राइबर EDLI 1976 स्कीम के तहत कवर होते हैं

स्कीम का क्लेम नॉमिनी की ओर से कर्मचारी की मृत्यु पर होता है

मृत्यु से ठीक 12 महीनों के अंदर 1 से अधिक जगह काम करने पर भी क्लेम संभव

EDLI में एकमुश्त रकम भुगतान किया जाता है

स्कीम में कर्मचारी के बदले कंपनी प्रीमियम जमा करती है

कोरोना काल में PF से निकासी

अप्रैल-अगस्त तक 94 लाख से ज्यादा लोगों ने रकम निकाली

कोरोना के कारण पैसे की जरूरत सबसे बड़ी वजह

EPF क्लेम करने वालों में 55% दावे कोविड संकट से जुड़े हुए

कोरोना के कारण नए सब्सक्राइबर्स की संख्या में आई गिरावट

कोविड की वजह से हुए लॉकडाउन के चलते आई गिरावट

EPFO रेजिस्ट्रेशन के आंकड़े संगठित क्षेत्र में रोजगार की स्थिति बताता है

PF निकासी- जरूरी या मजबूरी?

EPF से रकम निकासी का विकल्प सबसे अंत में ही रखें

EPF रिटायरमेंट के लिए जमा पूंजी

EPF पर सरकारी गारंटी और क्रेडिट जोखिम नहीं

EPF पर EEE टैक्स बेनेफिट

प्री-मेच्योर निकासी रिटायरमेंट कॉर्पस पर असर डालेगी

लंबी अवधि के निवेश से राशि निकालने पर कम्पाउंडिंग पॉवर कम होगा

फंड में बाकि बचा पैसा धीमी गति से बढ़ेगा

पहले की तुलना में रिटायरमेंट के लिए कम पैसा उपलब्ध होगा

निकाली गई राशि जितनी बड़ी, भविष्य की कमाई में नुकसान उतना ज्यादा

कैसे पूरी हो जरूरत?

सिक्योर्ड लोन लेकर आर्थिक जरूरत पूरी कर सकते हैं

गोल्ड लोन, होम लोन पर टॉप-अप विकल्प ले सकते हैं

FD, MF, इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं

पर्सनल लोन भी एक विकल्प चुन सकते हैं

अलग-अलग जरूरत के हिसाब से पर्सनल लोन उपलब्ध