Power Tariff: त्रिपुरा राज्य बिजली निगम लिमिटेड (TSECL) ने बिजली चार्ज में औसतन 5 से 7% की बढ़ोतरी की है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नई दरें 1 अक्टूबर से प्रभावी होंगी. कभी मुनाफा कमाने वाली सरकारी इकाई रही टीएससीईएल को वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान कुल 280 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है और चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में इसे 80 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.

10 लाख लोगों पर होगा असर

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टीएसईसीएल (TSECL) ने बिजली दरों में इससे पहले 2014 में बदलाव किया था. फिलहाल, पूर्वोत्तर राज्य में लगभग 10 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. TSECL के मैनेजिंग डायरेक्टर देबाशीष सरकार ने कहा, सभी कारकों पर विचार करने और त्रिपुरा बिजली नियामक आयोग (TERC) के साथ परामर्श के बाद बिजली निगम को बचाने के लिए बिजली दरों में औसतन 5-7% की बढ़ोतरी की गई है.

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बढ़ोतरी की वजह

उन्होंने कहा कि बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण गैस की कीमत में बढ़ोतरी है. पिछले कुछ वर्षों में इसमें लगभग 196% बढ़ोतरी हो चुकी है. सरकार ने कहा, पहले, टीएसईसीएल (TSECL) गैस आधारित बिजली उत्पादन इकाइयों को चलाने के लिए प्रति माह गैस की खरीद पर 15 करोड़ रुपये खर्च करती थी, लेकिन अब यह खर्च बढ़कर 35-40 करोड़ रुपये मासिक हो गया है. बिजली दरों में बढ़ोतरी के अलावा कोई रास्ता नहीं है.

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