350 किमी दूर बैठे दुश्‍मन को मारने में सक्षम Prithvi 2 बैलिस्टिक मिसाइल का एक और टेस्‍ट सफल रहा है. भारत ने ओडीशा तट पर स्वदेशी रूप से विकसित परमाणु सक्षम पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का एक और नाइट टेस्टिंग की. 

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स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड, डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के सूत्रों ने बताया कि इस कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल का परीक्षण एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) के लॉन्चिंग कॉम्पलेक्स-3 से शुक्रवार को लगभग शाम 7.30 बजे किया.

एक महीने से भी कम समय में पृथ्वी-2 मिसाइल की यह दूसरी सफल नाइट टेस्टिंग है. इससे पहले, भारतीय सेना ने 23 सितंबर को सफलतापूर्वक नाइट टेस्टिंग की थी. पृथ्वी-2 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है.

इससे पहले DRDO ने Torpedo सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड SMART का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. यह पनडुब्बी रोधी युद्ध में स्टैंड-ऑफ क्षमता के लिए एक प्रमुख प्रौद्योगिकी सफलता रही.

टॉरपीडो (SMART) के सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज का ओडिशा (Odisha) तट से दूर व्हीलर द्वीप पर परीक्षण किया गया था. यह मिसाइल असिस्टेड पनडुब्बी रोधी (anti-submarine) युद्ध क्षमता स्थापित करने में महत्वपूर्ण है. इस टेस्ट में मिसाइल की रेंज, ऊंचाई, टॉरपीडो को अलग करना और वेलोसिटी रिडक्शन मैकेनिज्म जैसे सिस्टम को बिल्कुल दुरुस्त पाया गया.

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इसकी क्षमता लगभग 350 समुद्री मील (करीब 650 किलोमीटर) की है. इसका इस्तेमाल लगभग आधे समुद्र से दुश्मन की पनडुब्बियों के लिए किया जा सकता है.