भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की तरफ से जारी किया गया आधार (Aadhaar) कई तरह से काम आता है. पहचान पत्र के अलावा कई सरकारी योजनाओं में यह जरूरी भी है. आधार की मदद से सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिला है. 12 अंकों के आधार नंबर में किसी भी व्यक्ति की विशिष्ट पहचान जुड़ी होती है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आधार नंबर को आप कार्ड के रूप में या फिर ऑनलाइन वर्चुअल आईडी (Virtual ID) के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं. इस समय देश की 90 फीसदी आबादी के पास आधार नंबर है. वहीं, अब ज्यादातर लोग फिजिकल आधार की जगह ई-आधार (E-Aadhaar) का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, अभी भी कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने ई-आधार का इस्तेमाल नहीं किया है. आइये जानते हैं कैसे तैयार होता है ई-आधार.

क्या है वर्चुअल आईडीॽ

वर्चुअल आईडी (Virtual ID) 16 डिजिट का अस्थायी नंबर होता है. इसे कभी भी जेनरेट किया जा सकता है. सत्यापन के लिए वीआईडी का इस्तेमाल ठीक वैसे ही किया जा सकता है जैसे आधार नंबर का होता है. वीआईडी को UIDAI के पोर्टल पर जेनरेट कर सकते हैं.

कैसे तैयार करें ई-आधार?

  • ई-आधार को जनरेट करने के लिए सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट https://uidai.gov.in पर जाना होगा. 
  • यहां डाउनलोड आधार के विकल्प या https://eaadhaar.uidai.gov.in/ लिंक पर क्लिक करें. 
  • इसके बाद पर्सनल डिटेल ऑप्शन में जाकर अपनी सारी जानकारी भरनी होंगी जो आपके आधार कार्ड में होती हैं. 
  • इसके बाद ‘रेगुलर आधार’ का विकल्प चुनें और अपना आधार नंबर, पूरा नाम, पते का पिनकोड डालें. 
  • अगर आप अपने आधार नंबर के सभी डिजिट नहीं दिखाना चाहते हैं तो फिर ‘मास्क्ड आधार’ पर क्लिक करें. 
  • इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) लेने के लिए ‘रिक्वेस्ट ओटिपी’ पर क्लिक करें. 
  • सभी जानकारियों को डालने के बाद “I Agree’ पर क्लिक करें.
  • रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटिपी प्राप्त करने के लिए ‘कन्फर्म’ पर क्लिक करें. 
  • अब आपके मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को वेबसाइट के पेज पर डालें और डाउनलोड आधार पर क्लिक करें. 
  • वर्चुअल आधार का पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए 8 डिजिट का पासवर्ड डालें जो CAPITALS में आपके नाम के शुरूआती 4 अक्षर और जन्मतिथि होता है. 
  • इस तरह आपका ई-आधार जनरेट हो जाएगा.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

क्या है ई-आधार के फायदे?

  • फिजिकल आधार के मुकाबले ई-आधार को ज्यादा सुरक्षित माना गया है.
  • वर्चुअल आधार के नंबर को आप आसानी से छिपाया जा सकता है और डेटा महफूज रहता है. 
  • ई-आधार के गलत इस्तेमाल के चांस भी काफी कम हैं. 
  • ई-आधार भी आधार कार्ड की तरह ही वैध है और यह सभी जगह मान्य है. 
  • किसी भी ऑफिस में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी ई-आधार के वजूद से इनकार नहीं कर सकता.
  • यूआईडीएआई ने ई-आधार के लिए क्यूआर कोड भी जारी किया हुआ है.
  • क्यूआर कोड में फोटो सहित आधार की सभी जानकारियां जुड़ी होती हैं.