भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (IFFCO) ने कहा है कि उसकी डीएपी (DAP) और एनपीके उर्वरकों (NPK fertilizers) की कीमत बढ़ाने की कोई योजना नहीं है.

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इफको (IFFCO) के प्रबंध निदेशक यूएन अवस्थी ने एक ट्वीट में कहा है कि हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में फोस एसिड (phos acid) और अन्य जैसे कच्चे माल की लागत में भारी इजाफा हुआ है, फिर भी वे उर्वरकों की कीमत में इजाफा नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि रबी मौसम के दौरान डीएपी और एनपीके उर्वरकों की एमआरपी (fertilizers MRP) बढ़ाने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि उनका मकसद किसान के लिए खेती की लागत को कम करना है.

इफको एक प्रमुख सहकारी समिति है जो उर्वरकों के विनिर्माण और कारोबार के काम में लगी हुई है. इसके भारत में 5 यूरिया प्लांट हैं.

खेती में डीएपी का इस्तेमाल

डीएपी (DAP) यानी डाइअमोनिया फास्फेट (diammonium phosphate) एक दानेदार उर्वरक है.  यह अमोनिया आधारित खाद है. इस खाद में आधे से ज्यादा फास्फोरस होता है जो पानी में पूरी तरह से घुलनशील नहीं होता है. इस उर्वरक का मुख्य उपयोग पौधों की जड़ों के विकास के लिए किया जाता है. क्योंकि फास्फोरस से पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं.

डीएपी में 18 फीसदी नाईट्रोजन, 46 फीसदी फास्फोरस होता है. 18 फीसदी नाईट्रोजन में से 15.5 फीसदी अमोनियम नाईट्रेट होता है और 46 फीसदी फास्फोरस में से 39.5 फास्फोरस पानी में घुलनशील होता है. इफको को डीएपी के 50 किलोग्राम के एक कट्टे का दाम इस समय लगभग 1200 रुपये है.

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एनपीके खाद का इस्तेमाल

NPK उर्वरक में नाईट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम तीनों जरूरी पोषक तत्व होते हैं. यह दानेदार उर्वरक होता है. इसका इस्तेमाल पौधे के विकास और मजबूती के लिए किया जाता है. इफको के एपीके के 50 किलो के कट्टे के दाम 1175 रुपये हैं.