GST Fake Challan: केंद्र और राज्य के कर अधिकारियों ने फर्जी कंपनियों द्वारा इनपुट क्रेडिट टैक्स के दावे को रोकने के लिए तत्काल फोटो और बायोमेट्रिक्स (biometric) के इस्तेमाल से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration) का सुझाव दिया है.

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जीएसटी परिषद की विधि समिति (GST Council Law Committee), जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के कर अधिकारी शामिल हैं, ने यह सुझाव भी दिया है कि नए पंजीकरण ( New GST Registration) के लिए बिना आधार (Aadhaar) के पंजीकरण का विकल्प चुनने पर अनिवार्य रूप से भौतिक सत्यापन किया जाना चाहिए.

दस्तावेजों के सत्यापन (physical verification)

विधि समिति ने सुझाव दिया है कि वस्तु एवं सेवा कर (GST) में नए पंजीकरण के लिए आधार जैसी प्रक्रिया अपनाई जा सकती है, जिसके तहत तत्काल फोटो (Photo) और बायोमेट्रिक्स (biometric) के साथ ही दस्तावेजों के सत्यापन (physical verification) से नए पंजीकरण किए जा सकते हैं.

जीएसटी सेवा केंद्र (GST Seva Kendras)

ऐसी सुविधाएं बैंकों, डाकघरों और जीएसटी सेवा केंद्रों (GST Seva Kendras) में दी जा सकती हैं. जीएसके पासपोर्ट सेवा केंद्रों (Passport Seva Kendras) की तर्ज पर नए पंजीकरण की सुविधा दे सकते हैं.

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इसके अलावा जो पंजीयक पंजीकरण के समय आधार प्रमाणीकरण का विकल्प नहीं चुनते हैं, उन्हें भरोसे वाले दो करदाताओं के सिफारिश पत्र देने पड़ सकते हैं.

रजिस्ट्रेशन के लिए दिए गए दस्तावेजों के आधार पर यदि पंजीयक भरोसेमंद श्रेणी में आता है, तो उसका सात दिनों में रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है.

यदि पंजीयक भरोसेमंद श्रेणी में नहीं आता है, तो उसका रजिस्ट्रेशन कुछ शर्तों के साथ 60 दिनों में किया जाएगा.

जाली जीएसटी बिल घोटाला (GST Fake Bill)

बता दें कि जीएसटी के फर्जी बिलों (GST Fake Bills Scam) के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. अभी हाल ही में जीएसटी की जांच इकाई डीजीजीआई ने जाली बिल धोखाधड़ी मामले में एक महिला और एक चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित छह और लोगों को गिरफ्तार किया है.

फर्जी जीएसटी बिल धोखाधड़ी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (Directorate Gen Gst Intelligence) ने कुल 36 लोगों को गिरफ्तार किया है. 

डीजीजीआई ने अब तक 1,736 इकाइयों के खिलाफ 519 मामले दर्ज किए हैं. इस अभियान के तहत पहली बार जाली आईटीसी मामले में चेन्नई में महिला सरगना को गिरफ्तार किया गया.