माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह फरवरी, 2019 में घटकर 97,247 करोड़ रुपये रहा. यह इससे पिछले महीने के 1.02 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले कम है. वित्त मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि 28 फरवरी, 2019 तक बिक्री रिटर्न या जीएसटीआर-3बी भरने वालों की संख्या 73.48 लाख रही. यह जनवरी के 73.3 लाख की तुलना में अधिक है. मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, 'कुल 97,247 करोड़ रुपये के जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी (CGST) संग्रह 17,626 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (SGST) 24,192 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (IGST) 46,953 करोड़ रुपये तथा 8,476 करोड़ रुपये रहा.' हालांकि, फरवरी, 2019 में जीएसटी संग्रह फरवरी, 2018 के मुकाबले 13.12 प्रतिशत ज्यादा रहा. पिछले साल फरवरी में 85,962 करोड़ रुपये के जीएसटी का संग्रह हुआ था.

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सरकार ने सामान्य निपटान के तहत आईजीएसटी से 19,470 करोड़ रुपये सीजीएसटी और 15,747 करोड़ रुपये एसजीएसटी में रखा है. फरवरी के सामान्य निपटान के बाद जीएसटी से केंद्र को कुल 37,095 करोड़ रुपये की आमदनी हुई. वहीं एसजीसीटी का आंकड़ा 39,939 करोड़ रुपये रहा. कर विशेषज्ञों के मुताबिक एक जनवरी से सिनेमा के टिकट, टीवी, पावर बैंक और मॉनिटर स्क्रीन सहित 23 प्रकार की वस्तुओं पर जीएसटी की दरों मे कमी के वजह से जीएसटी संग्रह में कमी दर्ज की गयी है.

कर मामलों से जुड़े विशेषज्ञ अभिषेक जैन ने कहा, 'कर संग्रह वित्त वर्ष के औसत के अनुकूल ही है लेकिन पिछले महीने की तुलना में इसमें मामूली कमी देखी गयी है; जनवरी से प्रभावी दर में कमी के कारण ऐसा हो सकता है.' वर्तमान वित्त वर्ष में फरवरी तक 10.70 लाख करोड़ रुपये की आय जीएसटी से हुई है. सरकार ने संशोधित अनुमान में वर्तमान वित्त वर्ष में कुल जीएसटी संग्रह के लक्ष्य को घटाकर 11.47 लाख करोड़ रुपये कर दिया है. हालांकि शुरुआत में बजट में 13.71 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया था. अगले वित्त वर्ष के लिए भी 13.71 लाख करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह का लक्ष्य रखा गया है.