PMFBY: मौसम के बदलते तेवर हर बार किसानों (Farmers) की चिंता बढ़ा देते हैं. सर्दी के मौसम में किसानों की अलग-अलग फसलों पर कीट-पतंगों व बीमारियों का खतरा बना रहता है. लेकिन प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ( Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana- PMFBY) के जरिए फसल बीमा (Crop Insurance) जैसी सुविधाओं को अपनाकर किसान खुद को चिंतामुक्त बना सकते है. पिछले 7 वर्षों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों का संबल बन उनका आत्मविश्वास बढ़ा रही है. प्राकृतिक आपदाओं से किसानों को मिली आर्थिक सुरक्षा, निश्चिन्त खेती करने का आत्मविश्वास मिली.

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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत प्राकृतिक आपदाओं से फसल नुकसान की स्थिति में किसानों को राहत दी जा रही है. जिससे किसानों को चिंता-मुक्त खेती की आज़ादी और प्राकृतिक आपदाओं से आर्थिक क्षति से सुरक्षा मिली. प्राकृतिक आपदा से हुए फसल नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को आर्थिक सुरक्षा दी जा रही है. साथ ही किसानों को WINDS और YES-TECH जैसी नवीन और आधुनिक कृषि पद्धति से दावा भुगतान होगा तेज़ और आसान.

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16 करोड़ से अधिक किसानों को मिला मुआवज़ा

आंधी और तूफ़ान की चिंता अब भूल जाइए और फसल बीमा करवाइए और सुरक्षा कवच पाइए. 16 करोड़ से भी अधिक किसान आवेदनों को मिल चुका है फ़सल मुआवज़ा. सुरक्षा संग तकनीकी ज्ञान, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जोखिम कम खेती-किसानी आसान हुई.

फसल बीमा सुरक्षा कवच

  • फसल बीमा के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी का वहन
  • WINDS एवं YES-TECH जैसी नई तकनीक का उपयोग
  • बीमा की जानकारी पाना हुआ आसान
  • किसानों की आय में स्थिरता के लिए प्रयास

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टोल फ्री नंबर

अब फसल बीमा से जुड़ी समस्याएं हल करना हुआ और भी आसान. टोल-फ्री नंबर 14447 पर कॉल करें, शिकायत दर्ज करें और अपनी बीमा समस्याओं का तत्पर और सही समाधान पाएं. इसके अलवाा, फसल बीमा से जुड़ी शिकायतों का निवारण हो रहा है. हर समस्या के समाधान के छह स्टेप हैं. इनमें से कोई भी तरीका अपनाकर अपनी समय का तुरंत समाधान पाएं.

1. स्थानीय स्तर पर निवारण- बीमा कंपनियां और कृषि अधिकारी

2. जिला स्तरीय निवारण- जिला स्तरीय निगरानी समिति (DLMC)

3. राज्य स्तरीय निवारण- राज्य स्तरीय फसल बीमा समन्वय समिति (SLCCCI)

4. ऑनलाइन फॉर्म- राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल और मोबाइल ऐप

5. हेल्पलाइन नंबर- हेल्पलाइन नंबर 14447 पर संपर्क करें

6. बीमा कंपनी-टोल फ्री नंबर- अपनी बीमा कंपनी द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर पर संपर्क करें.

किसानों की जिम्मेदारी, जानें इस बारी

किसानों की है जिम्मेदारी वे दें सही जानकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा.

  • किसान पंजीकरण के लिए स्पष्ट दस्तावेज दें
  • अपने दस्तावेज और पॉलिसी की जानकारी सुरक्षित रखें
  • नुकसान की सही जानकारी कृषि कार्यालय या बीमा कंपनी को दें
  • अनावश्यक मेल या कॉल का जवाब न दें
  • जागरुकता और आईईसी संचालित गतिविधियों में हिस्सा लें