देश का रीयल एस्टेट बाजार 2030 तक बढ़कर 1,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा. यह वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा बाजार होगा. एक हालिया सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष निकाला गया है. केपीएमजी द्वारा नारेडको और एपीआरईए के साथ संयुक्त रूप से किए गए सर्वेक्षण के अनुसार यह क्षेत्र 2025 तक बढ़कर 650 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा और 2028 तक 850 अरब डॉलर होगा. 2030 तक यह 1,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुरुवार को जारी रपट में कहा गया है कि भारत वैश्विक रीयल बाजार में 2014 से अपनी स्थिति लगातार सुधार रहा, जिससे निवेशकों में भरोसा कायम हुआ है. रपट के निष्कर्ष पर केपीएमजी के भारत में आसियान कॉरिडोर के प्रमुख नीरज बंसल ने कहा कि भारत में रीयल्टी क्षेत्र उभरते संपत्ति वर्ग मसलन सस्ते मकान और सह कार्यस्थलों की वजह से आगे बढ़ रहा है. 

रपट में कहा गया है कि देश के रीयल एस्टेट क्षेत्र में निजी इक्विटी निवेश जनवरी-मार्च, 2018 में 15 प्रतिशत बढ़कर तीन अरब डॉलर पर पहुंच गया. इसके 2026 तक बढ़कर 100 अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है. इसका भविष्य में सबसे अधिक फायदा पहली और दूसरी श्रेणी के शहरों को होगा.

इनपुट एजेंसी से