CEL strategic sale: सरकार ने सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (CEL) को नंदल फाइनेंस एंड लीजिंग को 210 करोड़ रुपये में बेचने को मंजूरी दे दी. चालू वित्‍त वर्ष में सरकार की ओर से यह दूसरा स्‍ट्रैटजिक डिसइन्‍वेस्‍टमेंट है. इससे पहले, एअर इंडिया को बेचने का फैसला हुआ था. इस डील को मंजूरी मिलने के बाद लेटर ऑफ इन्‍टेंट (LoI) जारी किया जाएगा और फिर शेयर पर्चेज एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर होंगे. उम्‍मीद की जा रही है कि वित्‍त वर्ष 2021-22 में इस ट्रांजैक्‍शन पूरा हो जाएगा. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘अल्‍टरनेटिव मैकेनिज्‍म ने.... भारत सरकार की सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (सीईएल) में 100 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी की बिक्री के लिये मेसर्स नंदल फाइनेंस एंड लीजिंग प्राइवेट लिमिटेड की सबसे ऊंची बोली का मंजूरी दे दी. सफल बोली 210 करोड़ रुपये की थी.’ CEL वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान (DSIR) विभाग के तहत आने वाला CPSE है. 

दो कंपनियों ने लगाई थी बोली

स्‍ट्रैटजिक डिसइन्‍वेस्‍टमेंट पर गठित कैबिनेट कमिटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) एम्‍पावर्ड अल्‍टरनेटिव मैकेनिज्‍म में रोड एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्‍टर नितिन गडकरी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह शामिल हैं. दो कंपनियों ने सीईएल के लिए बोली लगाई. नंदल फाइनेंस एंड लीजिंग प्राइवेट लि. ने जहां 210 करोड़ रुपये की बोली लगाई. वहीं जेपीएम इंडस्ट्रीज ने 190 करोड़ रुपये की बोली लगायी थी.

 

1974 में बनी CEL 

साइंस एंड टेक्‍नोलॉजी मिनिस्‍ट्री के अंतर्गत CEL की स्‍थापना 1974 में हुई थी. सोलर फोटोवॉल्‍टिक (SPV) सेक्‍टर की अग्रणी कंपनी है. इसने अपने R&D प्रयासों से ही टेक्‍नोलॉजी डेवलप की. कंपनी ने एक्‍सले काउंटर सिस्‍टम भी डेवलप किया, जिसका इस्‍तेमाल ट्रेनों सके सुरक्षित संचालन के लिए रेलवे सिग्‍नलिंग सिस्‍टम्‍स में किया जा रहा है.