RBI Monetary Policy decisions: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. MPC के सभी सदस्य इस पक्ष में थे कि रेपो रेट में कोई इजाफा न किया जाए. मौजूदा रेपो रेट 6.50% पर स्थिर रहा. इसके अलावा SDF रेट 6.25% पर बरकरार रखा गया है. MSF रेट और बैंक रेट 6.75% पर बरकरार रहा. मौजूदा स्थितियां महंगाई को काबू करने के अनुकूल हैं. वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का मानना है कि आने वाले दिनों में महंगाई को कंट्रोल करना आसान होगा. लेकिन, चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं. ग्लोबल अनिश्चिताओं का ध्यान रखना होगा. इसके बाद ही आगे की रणनीति तय होगी. इस बीच गवर्नर शक्तिकांत दास ने कई ऐलान किए. इनमें 5 ऐलान ऐसे थे, जो देश और आपकी जिंदगी से जुड़े हैं. आइये नजर डालते हैं

महंगाई पर क्या बोले गवर्नर?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

RBI गवर्नर के मुताबिक, महंगाई इस वक्त कंट्रोल में है. हालांकि, ग्लोबल अनिश्चताओं को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है. लेकिन, फिर भी अच्छी खबर ये है कि ये आरबीआई के अनुमान के आसपास रह सकती है. FY24 में CPI इंफ्लेशन 5.1% रहने का अनुमान है. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई 4.6% रह सकती है. वहीं, दूसरी तिमाही में 5.2% रहने का अनुमान है. तीसरी तिमाही में 5.4% और चौथी तिमाही में 5.2% महंगाई का अनुमान जारी किया गया है. गवर्नर ने कहा साल 2024 में भी हेडलाइन इंफ्लेशन दर 4% के ऊपर रह सकती है. ये महंगाई लक्ष्य से ऊपर रहने का अनुमान है. इसमें 2% ऊपर या नीचे रहने की गुंजाइश दिखाई देती है.

2000 रुपए के नोट बैंकों में लौटने से होगा फायदा

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 2000 के नोट जमा होने से सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ेगी. इससे बैंकों का डिपॉजिट रेट बढ़ेगा. इससे इकोनॉमिक को भी मजबूती मिलेगी. इसका फायदा आम आदमी तक पहुंचेगा. उनका इशारा रेपो रेट में कटौती की तरफ था. अगर सिस्टम में पर्याप्त लिक्विडिटी होगी तो बैंकों को ब्याज दरें बढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे लोन की बढ़ती दरों का भी बोझ कम होगा.

तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था

RBI गवर्नर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत की अर्थव्यवस्था अच्छा करेगी. रियल जीडीपी ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान है. वहीं, FY24 की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 8% रहने का अनुमान जताया गया है. दूसरी तिमाही में ग्रोथ पर थोड़ा दबाव देखने को मिल सकता है. इसमें GDP ग्रोथ 6.5% रह सकती है. तीसरी तिमाही में 6% और चौथी तिमाही में 5.7% रहने का अनुमान है. 

e-RUPI का दायरा बढ़ेगा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांता दास ने पॉलिसी में ई-रूपी का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जल्द ही ई-रूपी (e-RUPI) का दायरा बढ़ेगा. इससे साफ है कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस भुगतान के नए टूल ई-रुपी की लिमिट एक बार फिर बढ़ाई जा सकती है. ई-रुपी मूल रूप से एक डिजिटल प्रीपेड वाउचर है, जो एक कस्टमर्स को उसके फोन पर SMS या QR कोड के रूप में मिलता है. ई-रुपी (e-RUPI) प्रीपेड डिजिटल वाउचर की लिमिट को 1 लाख रुपए है. दायरा बढ़ने से ई-रुपी का इस्तेमाल करने वाले लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा.

Prepaid RuPay Forex Card जारी कर सकेंगे बैंक

आरबीआई ने भारतीय बैंकों को RuPay Prepaid Forex Card जारी करने की अनुमति देने का फैसला किया है. इससे अगर आपके पास रुपे कार्ड है तो आप विदेश में आसानी से भुगतान कर सकेंगे. इससे विदेशी ATM, POS मशीनों और विदेशों में ऑनलाइन पेमेंट के लिए RuPay फॉरेक्स कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकेगा.