Kotak Mahindra Results: प्राइवेट सेक्टर के बैंक कोटक महिंद्रा (Kotak Mahindra) ने फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में अच्छे नतीजे पेश किए हैं. पिछले साल की पहली तिमाही के मुकाबले कंपनी का मुनाफा 32 फीसदी बढ़कर 1,642 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल यह 1,244 करोड़ रुपये था. 

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बैंक की कुल आय यानी कि नेट इंटरेस्ट इनकम (Net Interest Income) एक साल पहले की तुलना में 6 फीसदी बढ़कर 3,942 करोड़ रुपये हो गई. वित्त वर्ष 21 की पहली तिमाही में यह 3,724 करोड़ रुपये थी. इसके अलावा कंपनी की अन्य आय दोगुनी होकर 1,583 करोड़ रुपये हो गई. इसमें 1,169 करोड़ रुपये की शुल्क आय भी शामिल है, जो साल-दर-साल के हिसाब से 51 फीसदी बढ़ी है.

NPA में आई बढ़त

मार्च तिमाही के 3.25% की तुलना में जून तिमाही में Gross NPA 3.56% रहा. वहीं एसेट क्ववालिटी (Asset Quality) पर दबाव का संकेत है. तिमाही दर तिमाही के आधार पर Net NPA  1.21% से मामूली बढ़कर 1.28% हो गया है.

30 जून तक, ऐसे कर्ज जो 60 दिनों से अधिक समय से बकाया हैं, लेकिन NPA नहीं हैं, बढ़कर 430 करोड़ रुपये हो गए. मार्च अंत की तिमाही में ये 110 करोड़ रुपये थे. कंपनी ने बताया कि कोरोना महामारी और RBI के फ्रेमवर्क के कारण रीस्ट्रक्चरिंग बढ़कर 552 करोड़ रुपये हो गया. मार्च अंत में यह 435 करोड़ रुपये था.

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इंश्योरेंस कारोबार में कोरोना से बढ़ा घाटा

बैंक मैनेजमेंट के मुताबिक साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में इंश्योरेंस कारोबार (Insurance Business) में 243 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद बढ़े कोरोना के क्लेम के कारण घाटे की आशंका थी.

कोटक महिंद्रा के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर दीपक गुप्ता के मुताबिक पहली तिमाही में ग्राहकों को पूंजी भुगतान और भुगतान के तरीकों दोनों में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. रीपेमेंट से जुड़ी दिक्कतें अभी भी जारी हैं. गुप्ता का मानना है कि कॉरपोरेट बुक में इस बार ज्याजा चिंता नहीं दिख रही है, लेकिन बैंक की तरफ से लोन बांटने में आगे कुछ वक्त सतर्कता जारी रहेगी.