Axis Bank Policies for LGBTQIA : प्राइवेट बैंक Axis Bank ने वर्क प्लेस पर विविधता, इक्विटी और समावेश को बढ़ावा देने के लिए LGBTQIA समुदाय के कस्टमर्स और कर्मचारियों के लिए विशेष नीतियां और नियमों के एक चार्टर को बनाया.

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AXIS Bank ने कहा कि इन नय नियमों के साथ LGBTQIA+ समुदाय के कस्टमर अपने पार्टनर को अपने बैंक अकाउंट में नॉमिनी बना पाएंगे. 

 

Axis Bank ने बनाया चार्टर

इसके अलावा कस्टमर अपने समलैंगिक पार्टनर के साथ ज्वाइंट सेविंग और टर्म डिपॉजिट अकाउंट भी खोल सकेंगे. Axis Bank ने LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए नीतियों और प्रथाओं की चर्चा करते हुए 'ComeAsYouAre' चार्टर की घोषणा की.

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अपने पार्टनर को दे सकेंगे मेडिक्लेम का लाभ

बैंक के कर्मचारी अपने किसी भी जेंडर या वैवाहिक स्थिति वाले पार्टनर को अपने मेडिक्लेम लाभों के लिए लिस्टेड कर सकते हैं. इसके अलावा बैंक के कर्मचारी अपने जेंडर या फिर जेंडर एक्सप्रेशन के हिसाब से कपड़े भी पहन सकते हैं. 

Axis Bank ने सोमवार को अपने दिल से ओपेन फिलॉसिफी के तहत #ComeAsYouAre की घोषणा की, जो कि बैंक के LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए पॉलिसीज का एक चार्टर है.

Axis है भारत का पहला ऐसा बैंक

इन नियमों के साथ Axis Bank भारत का पहला बैंक है, जिसने LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए इस तरह के कदम उठाए हैं.

सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में दिया था फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2018 में अपने ऐतिहासिक फैसले में दो वयस्कों के बीच आपसी समझौते से बने निजी तौर पर सभी यौन संबंधों को अपराध की श्रेणी से बाहर कर दिया था.

20 सितंबर से मिलेगा लाभ

देश के तीसरे सबसे बड़े निजी बैंक ने कहा कि किसी भी कर्मचारी या ग्राहकों की जेंडर प्राथमिकता उनके जन्म के समय मिले जेंडर से अलग हो सकती है. बैंक 20 सितंबर, 2021 से अपने ग्राहकों के लिए ये नियम लेकर आ रहा है, जिसके लिए कस्टमर्स अपने टाइटल में Mx जोड़ सकते हैं.

बैंक ने बताया कि उसके LGBTQIA+ समुदाय के कर्मचारी अपनी पसंद के टॉयलेट का इस्तेमाल कर सकेंगे. Axis Bank ने अपने बड़े कार्यालयों में सभी जेंडर के लिए टॉयलेट शुरू कर दिया है.