वाडिया समूह संचालित बजट विमानन कंपनी गोएयर ने अपने बेड़े में प्रैट एंड व्हिटनी इंजन वाले सात एयरबस ए320 नियो विमानों को खड़ा कर दिया है. प्रैट एंड व्हिटनी इंजन में लगातार सामने आ रही गड़बड़ियों के मद्देनजर विमानन कंपनी ने यह कदम उठाया है. मुंबई मुख्यालय वाली एयरलाइन के बेड़े में कुल 49 विमान हैं. इनमें से 30 एयरबस ए320 नियो विमान हैं. इस बीच, नागर विमानन मंत्रालय पीएंडडब्ल्यू इंजनों में जमीन तथा हवा में लगातार सामने आ रही दिक्कतों की वजह से इनकी समीक्षा कर रहा है. इन इंजनों वाले विमान 2016 के शुरू में उतारे गए थे और इनमें शुरुआत से ही दिक्कतें आ रही हैं. 

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इंजन बदलने का इंतजार

मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘गोएयर पीएंडडब्ल्यू इंजन दिक्कतों की वजह से सात ए320 विमानों का परिचालन नहीं कर पा रही है. फिलहाल इन विमानों को खड़ा कर दिया गया है और इनका इंजन बदलने का इंतजार किया जा रहा है.’’ सूत्र ने बताया कि इनमें से कुछ विमान मुंबई और कुछ दिल्ली में खड़े हैं. गोएयर प्रवक्ता ने इस बारे में संपर्क नहीं हो सका. पीएंडडब्ल्यू को भेजे गए ई-मेल का भी जवाब नहीं मिला. पीएंडडब्ल्यू इंजन में आ रही समस्याओं की वजह से गोएयर और उसकी प्रतिद्वंद्वी इंडिगो को इससे पहले भी ए320 विमान खड़े करने पड़े हैं. 

 

पहले भी मामले आए हैं

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पिछले साल फरवरी और मार्च के दौरान हवा में इंजन बंद होने की वजह से इंडिगो के 11 और गोएयर के तीन विमानों का परिचालन रोक दिया था. इन दो एयरलाइंस के अलावा एयर इंडिया और विस्तारा भी ए320 नियो विमानों का परिचालन करती हैं लेकिन उनके इन विमानों में सीएफएम इंजन लगे हैं. इससे पहले बीते साल मार्च में भी डीजीसीए ने गो एयर के तीन ए320 नियो विमान के परिचालन पर रोक लगाई थी.

(इनपुट एजेंसी से)