Coronavirus के कारण एविएशन इंडस्‍ट्री की स्थिति काफी खराब हो गई है. इस बीच, Air India अपने कर्मचारियों के लिए एक योजना लेकर आई है, जिसमें कर्मचारी 6 माह से लेकर 5 साल तक के लिए बिना भुगतान छुट्टी (Leave without pay) का विकल्प चुन सकते हैं. इसके अलावा एयरलाइन प्रबंधन के पास किसी भी कर्मचारी को छुट्टी पर भेजने का भी विकल्प होगा.

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एयर इंडिया के कर्मचारी नोटिस के मुताबिक, "एयर इंडिया की 102वीं बैठक में बोर्ड के निदेशकों ने 7 जुलाई 2020 को एक योजना को मंजूरी दी है, जिसमें कर्मचारी 6 माह से लेकर दो साल तक LWP का विकल्प चुन सकते हैं और इस अवधि को 5 साल तक बढ़ाया भी जा सकता है. योजना में सीएमडी भी आदेश के मुताबिक कर्मचारी को 6 माह से 2 साल और इसे बढ़ाकर 5 साल तक छुट्टी पर भेज सकते हैं.

हालांकि, ऐसा करने से पहले एयरलाइन यह परखेगी कि कोई कर्मचारी काम के लिए कितना उपयुक्त है, एफिशिएंसी, कॉम्पिटेंस लेवल, परफॉर्मेंस क्वॉलिटी, हेल्थ, छुट्टियों को लेकर रिकॉर्ड; इन तमाम बिंदुओं पर मूल्यांकन के बाद ही मैनेजमेंट कर्मचारों को LWP पर भेजने के बारे में फैसला लेगा. नोटिस के मुताबिक, ऐसे कर्मचारियों के नाम को CMD से इजाजत लेने के लिए महाप्रबंधक (कार्मिक) मुख्यालय भेजा जाएगा.

बता दें कि एयर इंडिया में करीब 13 हजार कर्मचारी हैं. इनकी सैलरी पर हर महीने करीब 200 करोड़ रुपए खर्च होता है. एयर इंडिया को इन नामों की लिस्‍ट जल्‍द से जल्‍द तैयार करनी है.

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उधर, एयर इंडिया को खरीदने में टाटा समूह दिलचस्‍पी ले रहा है. एयरलाइन बिजनेस में पहले से मौजूद टाटा समूह ने एयर इंडिया को खरीदने में रुचि दिखाई है, जो किसी समय टाटा के पास ही थी. हालांकि वैश्विक स्तर पर विमानन कंपनियां Covid 19 महामारी और उसके परिणामस्वरूप हवाई यात्रा और पर्यटन में आए व्यावधानों के कारण गंभीर संकट में हैं.

टाटा समूह बोली के लिए आगे बढ़ सकता है, जबकि इसकी संयुक्त उद्यम एयरलाइन, सिंगापुर एयरलाइंस ने कोविड-19 की चिंताओं के कारण एयर इंडिया की बोली से जुड़ने से इंकार कर दिया है.