Tesla Latest News: बहुत जल्द अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टेस्ला भारत में एंट्री लेने वाली है. दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलॉन मस्क (Elon Musk) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अप्रैल को मुलाकात कर सकते हैं. इसी मुलाकात के दौरान टेस्ला के भारत में प्लांट लगाने की अटकलों पर फैसला लिया जाएगा और भारत में भी टेस्ला की गाड़ियां मिलने लगेंगी. लेकिन टेस्ला की भारत में एंट्री से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अमेरिका के कैलिफॉर्निया में एक महिला ने टेस्ला के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. ये महिला पहली नहीं हैं, जिन्होंने टेस्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. महिला के पास टेस्ला की Model X थी, जिसके डिजाइन में कमी के चलते महिला ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. 

क्या है पूरा मामला?

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महिला का नाम Mallory Harcourt है और महिला ने कार मैन्युफैक्चरिंग पर आरोप लगाया है कि Tesla Model X के डिजाइन में कमी की वजह से उनके 2 साल के बच्चे से ईवी स्टार्ट हो गई, जिससे एक बड़ी दुर्घटना हुई. महिला ने कहा कि उस समय वो प्रेग्नेंट थीं और उनके बच्चे से ईवी स्टार्ट हो गई और उनके ऊपर चढ़ गई. 

Miami Herald की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना साल 2018 की है और महिला ने टेस्ला के खिलाफ मुकदम दायर किया है. इस एक्सीडेंट की वजह से साढ़े आठ माह गर्भवती महिला का पेल्विस टूट गया और मजबूरन महिला को प्री-मेच्योर डिलिवरी करनी पड़ी. महिला के वकील ने कंपनी पर डिजाइन में कमी का आरोप लगाया है लेकिन टेस्ला के वकीलों ने आरोप को खारिज करते हुए इसे लापरवाही करार दिया है. 

सेफ्टी के चलते खरीदी थी Tesla Model X

रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला और उनके पति ने कार के सेफ्टी फीचर्स के चलते टेस्ला मॉडल एक्स को खरीदा था. हालांकि इस दुर्घटना के बाद दोनों को ही इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने के विचार पर दोबारा सोचने पर मजबूर कर दिया. मुकदमे के दस्तावेजों में बताया गया है कि     2 साल का बच्चा कार के अंदर था और कार के फुटवेल के दौरान बच्चे ने ब्रेक पैडल को छुआ, जिससे कार स्टार्ट हो गई. इसके बाद बच्चे ने गियर शिफ्ट लिवर छुआ. 

महिला के वकील ने लगाए ये आरोप

इसके बाद ईवी ड्राइव मोड में आया और बच्चे ने एक्सक्लेरेट पेडल को दबाया. जिससे ईवी स्टार्ट हो गई है और 12kmph की स्पीड से महिला को टक्कर मार दी और महिला का पेल्विस टूटा और महिला को प्री-मेच्योर डिलिवरी करानी पड़ी. इस पर महिला के वकील ने कहा कि एक छोटे बच्चे के कार के अंदर होने की उम्मीद की जा सकती है लेकिन कोई भी इस बात पर यकीन नहीं करेगा कि 2 साल का बच्चा कार स्टार्ट कर दे. 

महिला के वकील ने आगे कहा कि ये हादसा इसलिए हुआ क्योंकि टेस्ला ने असुरक्षित डिजाइन तैयार किया है. हालांकि टेस्ला ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है और कंपनी का कहना है कि ये मामला पूरी तरह से महिला की लापववागही का नतीजा है.