Modi सरकार का इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) को सफल बनाने पर ज़बरदस्त ज़ोर है, लेकिन ई-व्हीकल के साथ बड़ी चुनौती यह है कि एक राज्य से दूसरे राज्य या एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए ई व्हीकल को लेकर अब भी न तो ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हैं और न ही लोगों में भरोसा है.

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इसी चुनौती को दूर करने के लिए सरकार प्राइवेट प्लेयर के साथ मिलकर ई-हाईवे बनाने की तैयारी कर रही है. जयपुर-दिल्ली-आगरा पहला ई-हाईवे होगा जहां इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए विशेष कॉरिडोर तैयार किया जा रहा है. 

Jaipur-Agra के बीच Electric Highway

500 किमी लंबे इस जयपुर-आगरा ई कॉरिडोर की खासियत यह है कि इसमें ना केवल इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था होगी, साथ ही अगर आप ई व्हीकल ड्राइव कर रहे हैं तो आपको चार्जिंग स्टेशन से लेकर टेक्निकल हेल्प या बैकअप की भी सुविधा दी जाएगी. दिल्ली आगरा रूट पर ट्रायल रन कि शुरुआत हो गई है जबकि दिल्ली जयपुर रूट पर ई व्हीकल के साथ ट्रायल रन की शुरुआत फरवरी 2021 में होगी. 

खास बातें

# जयपुर - दिल्ली - आगरा हाईवे पर होगा इलेक्ट्रिक कॉरिडोर

# 500 किमी जयपुर - दिल्ली - आगरा ई कॉरिडोर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियों के ट्रायल रन को हुई शुरुआत

# 20 चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना

# 30 मिनट में टेक्निकल हेल्प या बैकअप की सुविधा

# 200 करोड़ निवेश से बनकर तैयार होगा ई कॉरिडोर

# सालाना 90,000 ई व्‍हीकल गाड़ियों के ई कॉरिडोर के इस्तेमाल का अनुमान

# ई कॉरिडोर के यूज़ करने पर मामूली फीस देनी होगी 

# ई कॉरिडोर में पीएसयू, प्राइवेट प्लेयर, सीएसआर निवेश के लिए मौका

Petrol Pump पर चार्जिंग स्‍टेशन

बता दें कि देश के हर पेट्रोल पंप पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स चार्जिंग कियोस्क (EV Charging Kiosk) लगाने की योजना है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि देश के 69,000 पेट्रोल पंप (petrol pumps) पर कम से कम एक इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग Kiosk लगे और इस योजना को अंजाम देने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकार अगले 5 साल में भारत को ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रही है.