US Government Shutdown: अमेरिका में इस वक्त जिस विषय की सबसे ज्यादा चर्चा है, वो है- Government Shutdown. 1 अक्टूबर से पहले अगर वहां की कांग्रेस, सरकार की फंडिंग को मंजूरी नहीं देती है तो सरकार के कई विभाग अस्थायी रूप से काम करना बंद कर देंगे. Goldman Sachs का कहना है कि अगर 30 सितंबर से पहले कांग्रेस प्रस्ताव पास नहीं करती है तो 90 फीसदी पक्का है कि 1 अक्टूबर से सरकार का कामकाज ठप हो जाएगा. लेकिन ये पूरा मामला क्या है और आखिर इसका कैसा असर दिख सकता है?

गवर्न्मेंट शटडाउन का क्या है मसला?

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अमेरिका के फेडरल सरकार में हर वित्तीय वर्ष में कांग्रेस 438 सरकारी एजेंसियों के लिए फंडिंग का आवंटन करती है, ये वित्तीय वर्ष 30 सितंबर को खत्म होता है. अगर सांसद वित्त वर्ष शुरू होने पर ये बिल पास नहीं करते हैं तो सरकारी एजेंसियों के पास काम करने के लिए पैसा नहीं रहता और उनको बंद होना पड़ता है. अभी सांसदों और दक्षिणपंथी रिपब्लिक नेताओं के बीच विवाद की वजह से फंडिंग के प्रस्ताव पर बात नहीं बन पा रही है. 1981 के बाद से अबतक यूएस में 14 बार शटडाउन हो चुका है, हालांकि, इनमें से कुछ एक या दो दिनों के लिए भी रहे हैं. हालांकि, इसके पहले दिसंबर, 2018 और जनवरी, 2019 के बीच 34 दिनों तक शटडाउन चला था, जोकि सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर हुआ था. अकसर ऐसा भी होता है कि सांसद एजेंसियों का मौजूदा फंड बढ़ाकर डेडलाइन खिसका देते हैं, ताकि नेगोसिएशन चलता रहे.

क्यों आती है शटडाउन की स्थिति?

शटडाउन तब होता है जब यूएस की सरकार को अपने बजट में कांग्रेस की ओर से पैसा अलॉट नहीं किया जाता है,  कांग्रेस सरकार पर कर्ज की एक सीमा तय करती है, जिसके ऊपर सरकार कर्ज नहीं ले सकती, इस लिमिट को वक्त-वक्त पर बढ़ाया जाता है, अगर ऐसा नहीं होता है तो यूएस ट्रेजरी अपने कर्ज नहीं चुका पाता है. हालांकि, शटडाउन डेट लिमिट से अलग और ज्यादा खतरनाक होता है. शटडाउन में इकोनॉमी पर तुरंत असर नहीं पड़ता, लेकिन डेट पर डिफॉल्ट करने के गंभीर खतरे हो सकते हैं. ग्लोबल फाइनेंशियल बाजारों में भूचाल आ सकता है और देश मंदी की चपेट में जा सकता है. 

शटडाउन का क्या प्रभाव होगा?

अगर शटडाउन होता है तो फेडरल सरकार के तहत आने वाले ढेरों कर्मचारियों को अस्थायी छुट्टी दे दी जाएगी, जिसमें उन्हें सैलरी भी नहीं मिलेगी. कई तरह के रोजगार बंद हो जाएंगे. जो कर्मचारी 'जरूरी सेवाओं' में काम करते हैं, वो काम करते रहेंगे, लेकिन उन्हें भी इसके पैसे नहीं मिलेंगे. हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर शटडाउन बस कुछ दिनों के लिए होता है तो इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन अगर दो हफ्तों में फेडरल कर्मचारियों को उनकी सैलरी नहीं मिलती है तो ब्रॉडर इकोनॉमी पर असर दिखाई देगा.

Goldman Sachs के मुताबिक, जितने भी हफ्ते शटडाउन रहेगा, उसमें हर हफ्ते जीडीपी ग्रोथ (US GDP Growth) में 0.15 फीसदी की गिरावट आएगी, लेकिन शटडाउन खत्म होने के बाद इसी रेट से ग्रोथ वापस भी आ सकती है. कांग्रेशनल बजट ऑफिस के आंकड़ों के मुताबिक, 2018-2019 के शटडाउन में यूएस की इकोनॉमी को 3 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था.

(Reuters से इनपुट के साथ)

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