New Covid Variant B.1.1529: दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वेरिएंट सामने आया है, जिसे देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. विदेश में कोरोना (Coronavirus) के नए वेरिएंट B.1.1529 के मिलने के बाद मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है. नया वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में मिला है. इसके अलावा बोस्तवाना और हांगकांग में भी इसके मामले सामने आए हैं. मंत्रालय ने कहा है कि विदेशों से आने वाले लोगों की टेस्टिंग जरूर की जाए और अगर उनमें से कोई ट्रैवलर पॉजिटिव निकल रहा हो तो उसका सैंपल INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग लेबोरेटरी को भेजा जाए.

सबसे ज्यादा म्यूटेशन वाला वेरिएंट

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दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है. इसे अब तक का सबसे ज़्यादा म्यूटेशन वाला वेरिएंट (New Covid Variant B.1.1529) बताया जा रहा है. इसमें इतने ज़्यादा म्यूटेशन हैं कि इसे एक वैज्ञानिक ने डरावना बताया है तो दूसरे वैज्ञानिक ने इसे अब तक सबसे खराब वेरिएंट कहा है. इसके सामने आने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि ये नया वेरिएंट कितना संक्रामक है, वैक्सीन के बावजूद भी ये कितनी तेजी से फैल सकता है और इसे लेकर क्या करना चाहिए.

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अभी तक क्या पता है?

नए वेरिएंट को बी.1.1.529 (New Covid Variant B.1.1529) कहा जा रहा है और शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) इसे कोई नाम दे सकता है जैसे अल्फा (Alpha Variant) और डेल्टा वेरिएंट (Delta Varaint) नाम दिए गए थे. इसे लेकर WHO ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. दक्षिण अफ़्रीका में सेंटर फॉर एपिडेमिक रेस्पॉन्स एंड इनोवेशन के निदेशक प्रोफेसर टुलियो डी ओलिवेरा के मुताबिक, इसमें बहुत ज्यादा म्यूटेशन हैं. वेरिएंट ने साइंटिस्ट को भी हैरान कर दिया है, इसमें बहुत बड़ा बदलाव दिखा है. कुल मिलाकर 50 म्यूटेशन हुए हैं और 30 से म्यूटेशन ज्यादा स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं. 

चीन से मिले वायरस के मूल रूप से अलग वेरिएंट

चिंता इस बात की है कि वायरस का नया वेरिएंट चीन के वुहान (Wuhan Coronavirus) में मिले वायरस के मूल रूप से काफी अलग है. वैक्सीन अभी तक मूल वायरस को ध्यान में रखकर बनाई गई थी. लेकिन, वैक्सीन इस वेरिएंट पर कितनी प्रभावी होगी यह कहना अभी एक्सपर्ट्स के लिए भी मुश्किल है. साल 2021 की शुरुआत में बीटा वेरिएंट (Beta Variant) चिंता का कारण बना था क्योंकि ये प्रतिरक्षा तंत्र से बच निकलने में माहिर था. लेकिन, बाद में डेल्टा वेरिएंट पूरी दुनिया में फैल गया और बड़ी परेशानी का कारण बना.

नए वेरिएंट के मामले

नए वेरिएंट को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना फिलहाल जल्दबाजी है. लेकिन, शुरुआती संकेत इसे लेकर चिंता पैदा हुई है. दक्षिण अफ्रीका के गाउटेंग में 77, बोत्स्वाना में चार मामलों और हॉन्ग-कॉन्ग में एक मामले की पुष्टि हुई है. हॉन्ग-कॉन्ग का मामला दक्षिण अफ्रीका की यात्रा से जुड़ा है. हालांकि, इस बात के भी संकेत मिले हैं कि ये वेरिएंट और तेजी से फैला है. इस वेरिएंट के स्टैंडर्ड टेस्ट में अजीब नतीजे सामने आ रहे हैं (इसे एस-जीन ड्रॉपआउट कहा जाता है) और इसका इस्तेमाल कर पूरे आनुवांशिक विश्लेषण के बिना वेरिएंट को ट्रैक किया जा सकता है.

भारत और ब्रिटेन ने जारी किए दिशानिर्देश

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की गंभीरता को देखते हुए भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों को निर्देश दिया है कि वे दक्षिण अफ्रीका, हॉन्ग कॉन्ग और बोत्स्वाना से आने या जाने वाले यात्रियों की सख्ती से जांच करें. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखी एक चिट्ठी में कहा है कि भारत के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने सरकार को सूचित किया है कि बोत्स्वाना, दक्षिण अफ्रीका और हॉन्ग कॉन्ग में नए कोविड-19 वेरिएंट बी.1.1529 (New Covid Variant B.1.1529) के कई मामले दर्ज किए गए हैं. सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री 'एट रिस्क' श्रेणी का हिस्सा हैं और उनकी कड़ी जांच और परीक्षण करना अनिवार्य है. वहीं, ब्रिटेन ने नए वेरिएंट को लेकर सामने आ रही चेतावनियों के बीच छह अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट पर प्रतिबंध लगा दिया है.