वक्त.. वक्त की बात है. कभी किंग ऑफ गुड टाइम्स के नाम से मशहूर विजय माल्या (Vijay Mallaya) का अब बैड टाइम आ गया है. चंद रोज में भगोड़ा माल्या जेल की सलाखों के पीछे होगा. मनी लॉन्ड्रिंग, फ्रॉड करने की सजा अब मिलेगाी, बराबर मिलेगाी. भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या को कुछ दिनों में भारत लाया जाएगा. सरकार पहले ही कह चुकी है, बैंकों का पैसा लूटने वाले से पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा. बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) के फाउंडर माल्या पर 9000 करोड़ रुपए का कर्ज है.

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प्रत्यर्पण की औपचारिकताएं पूरी

न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक, विजय माल्या के प्रत्यर्पण की सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं. किसी भी दिन उसे लंदन से भारत लाया जा सकता है. 4 साल पहले देश छोड़कर भागे माल्या पर 17 भारतीय बैंकों का कर्ज है. माल्या के प्रत्यर्पण में सबसे बड़ी बाधा 14 मई को ही दूर हो चुकी थी, जब माल्या UK कोर्ट में चल रहे प्रत्यर्पण के खिलाफ अपना केस हार गया था. UK कोर्ट की तरफ से सरकार को अगले 28 दिनों में उसे वापस भारत लाना था. 14 मई के बाद से 20 दिन पहले ही गुजर चुके हैं. ऐसे में उसे अगले आठ दिनों में माल्या को भारत लाना होगा.

सलाखों के पीछे रहेगा माल्या

अप्रैल में यूके हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है. इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इनकार कर दिया था. ईडी के सूत्र के मुताबिक, ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में माल्या की याचिका खारिज हो चुकी है. हमने उसके प्रत्यर्पण के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. CBI और ईडी की टीमें उसके प्रत्यर्पण पर काम कर रही हैं. CBI के सूत्रों के मुताबिक, प्रत्यर्पण के बाद हम सबसे पहले उसे कस्टडी में लेंगे, क्योंकि उसके खिलाफ हमने सबसे पहले केस दर्ज किया था.

अब भी टाल सकता है प्रत्यर्पण

ब्रिटेन के कानूनों की जानकारी रखने वालों के मुताबिक, विजय माल्या अब भी अपना प्रत्यर्पण टाल सकता है. माल्या के पास दो तरीके हैं. इसमें पहला तरीका है ब्रिटेन में शरण मांगना. अब विजय माल्या ने शरण मांगने का तरीका अपनाया है. जानकारों के मुताबिक, शरण मांगने के लिए कई बार अपील की जा सकती है. अगर माल्या की अपील खारिज होती है, तब भी उसके पास इस प्रक्रिया के जरिए अपने प्रत्यर्पण को कुछ महीने टालने का मौका होगा. अगर ब्रिटेन का गृह मंत्रालय माल्या की अपील खारिज कर देता है, तो उसके पास ट्रिब्यूनल में जाने का अधिकार होगा. ट्रिब्यूनल में एक नहीं बल्कि कई बार अपील की जा सकती है. इस तरह माल्या 18 महीने या फिर दो साल तक के लिए प्रत्यर्पण टाल सकता है.

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देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड बेवरेजेज के मालिक विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस के नाम पर 9000 करोड़ रुपए का कर्ज है. उस पर मनी लांड्रिंग का केस चल रहा है. हालांकि, मई 2016 में वो व्यक्तिगत कारणों से भारत से भाग गया था. तब से वह ब्रिटेन में ही रह रहा है. माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखाकर कर्ज लिए और अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया.