भारत और आसियान देशों ने एक एक्शन प्लान को मंजूरी दी है, जिसमें चोरी हुए और फर्जी मोबाइल फोन (fake mobile phones) के इस्तेमाल की समस्या से निपटने के लिए एक सिस्टम डेवलप किया जाएगा. पीटीआई की खबर के मुताबिक, इस एक्शन प्लान को भारत के साथ हुई दूसरी आसियान डिजिटल मिनिस्टर्स (ADGMIN) मीटिंग में मंजूरी दी गई. यह बैठक शुक्रवार को डिजिटल तरीके से हुई थी.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एक्शन प्लान 2022 को मंजूरी

खबर के मुताबिक, एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मंत्रियों की मीटिंग में भारत-आसियान डिजिटल एक्शन प्लान 2022 को मंजूरी दी गई. इसमें चोरी के और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल को रोकने के लिए एक सिस्टम विकसित करना, राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक इंटरनेट के लिए वाईफाई एक्सिस नेटवर्क इंटरफेस, सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के 5जी, आधुनिक उपग्रह संचार, साइबर फॉरेंसिक जैसे उभरते क्षेत्रों में क्षमता निर्माण और जानकारी साझा करना शामिल है.

दस देशों के दूरसंचार मंत्रियों की सालाना मीटिंग

एडीजीएमआईएन (ADGMIN) दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में शामिल दस देशों के दूरसंचार मंत्रियों की सालाना मीटिंग है. दूरसंचार मंत्रालय ने चोरी किए गए या गुम हुए मोबाइल फोनों को ब्लॉक करने और उनका पता लगाने में दिल्ली-एनसीआर के लोगों की मदद के उद्देश्य से दिसंबर 2019 में एक पोर्टल शुरू किया था. मीटिंग के दौरान संचार राज्यमंत्री देवू सिंह चौहान ने कहा कि सूचना और संचार प्रौद्योगिकी लोकतांत्रिक प्रणालियों को मजबूत करती है और नागरिकों तथा देश के बीच सरोकार बढ़ाती है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

चोरी के मोबाइल का होता है गलत इस्तेमाल

हर रोज बड़ी संख्या में मोबाइल फोन या स्मार्टफोन की चोरी होती है. इसका कई लोग गलत इस्तेमाल करते हैं. कई तरह के अपराध से लेकर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन में फर्जीवाड़ा तक में चोरी के मोबाइल फोन का इस्तेमाल होता है. दुनिया के कई देश इस समस्या से निपटने की कोशिश में लगे हैं.