Google Layoff: वैश्विक आर्थिक मंदी (Recession) के डर की वजह से कई बड़ी आईटी कंपनियां अपने यहां छंटनी कर रही हैं. हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने 200 से ज्यादा लोगों को निकाला था और अब गूगल (Google) के भी कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटक रही है. गूगल ने भी अपने कर्मचारियों को निकालने की चेतावनी दी है, हालांकि कंपनी ने कहा कि अगर कर्मचारी अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं लाते हैं और अगली तिमाही के नतीजे उम्मीद के अनुसार नहीं आते हैं तो कंपनी की ओर से छंटनी का रास्ता अपनाया जा सकता है. बता दें कि गूगल ने कर्मचारियों को नोटिस पर रहकर काम करने का फरमान जारी कर दिया है. 

गूगल में भी हो सकती है छंटनी

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IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, सेल्स विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सेल्स प्रोडक्टिविटी के साथ-साथ कर्मचारियों की ऑवरओल प्रोडक्टिविटी का भी आकलन किया जाएगा. इस महीने की शुरुआत में गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा था कि वो कर्मचारियों के काम से संतुष्ट नहीं हैं. 

दूसरी तिमाही में रेवेन्यू और कमाई कम

बता दें कि साल 2022 की दूसरी तिमाही में कंपनी की कमाई कम हुई. प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए कंपनी ने ''सिंप्लिसिटी स्प्रिंट" नाम से एक नई शुरुआत की. सुंदर पिचई ने कर्मचारियों से कहा है कि वह एक ऐसा कल्चर बनाएं, जिसमें सिर्फ लक्ष्य पर नजर हो.

नई भर्तियों पर भी पड़ा असर

गूगल की कमाई पर असर पड़ने के बाद 2023 तक नई भर्ती और निवेश को कम करने का प्लान बनाया गया है. पहले इस 2022 तक बढ़ाया गया था. गूगल के सीईओ सुंदर पिचई का कहना है कि जितने कर्मचारी उनके पास हैं, उसके अनुरुप हमारी उत्पादकता नहीं है और यह एक गहन चिंता का विषय है.