ऑफिस कल्चर को छोड़कर अब ज्यादातर कंपनियां वर्क फ्रॉम होम (Work from Home) का कल्चर अपना चुकी हैं. खासकर आईटी सेक्टर में यह काफी तेजी से प्रचलन में आया है. महामारी के दौर में पिछले 6 महीनों से भारत में भी वर्क फ्रॉम होम कल्चर तेजी से अपनाया गया है. भारतीय कंपनियों में भी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं.

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एक सर्वे के मुताबिक, इस पूरे पीरियड में ऑफिस की तुलना में कर्मचारियों को ज्यादा काम का दबाव झेलना पड़ा है. वर्किंग आवर लंबे हो गए हैं. ऑनलाइन मीटिंग और घर से काम करने में दूसरी जिम्मेदारियों को निभाने की दिक्कतें.

नौकरी और घर के बीच तालमेल बिठाने के बाद भी करीब 36 फीसदी कर्मचारी मानते हैं कि वह मेंटल हेल्थ की समस्या से जूझ रहे हैं. अब इसी प्रेशर को कम करने के लिए कंपनियों ने एक नया फॉर्मूला तैयार किया है. कंपनियां अपने कर्मचारियों को रिलेक्शन के तौर पर तीन दिन की वीक ऑफ देने की प्लानिंग कर रही हैं. इसमें दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी गूगल (Google) भी एक्स्ट्रा डे ऑफ पर विचार कर रही है. गूगल ने एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अपने कुछ ऑफिसेज में इसे लागू भी कर दिया है. 

चार दिन काम, तीन दिन वीक ऑफ

कंपनियां अपने कर्मचारियों को चार दिन काम और तीन दिन आराम देने का फैसला ले रही हैं. वर्क प्रेशर को कम करने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है. हाल ही में गूगल ने इसे लागू भी कर दिया है. अब कर्मचारियों को हफ्ते में तीन दिन का वीकली ऑफ मिलेगा. गूगल के अलावा PwC ने भी शनिवार-रविवार के वीकली ऑफ के बाद एक और दिन वीक ऑफ देने का ऐलान कर दिया है. इसे 6 अक्टूबर तक लागू कर दिया गया है. 

पेप्सिको ने भी लागू किया नियम

पेप्सिको इंडिया (Pepsico India) ने भी अपने कर्मचारियों को चार दिन काम करने को कहा है. पेप्सिको ने अपने कर्मचारियों को एक अक्टूबर को छुट्टी भी दे दी थी. क्योंकि, अब हफ्ते में चार दिन काम करने का नियम बना रही है. खास बात यह है कि वीकली ऑफ के दिन कोई मीटिंग भी अरेंज नहीं की जाएगी. पेप्सिको की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वर्क फ्रॉम होम कल्चर को बेहतर बनाने के लिए यह जरूरी है. कर्मचारियों में ऊर्जा, आराम का माहौल हो और क्वालिटी वाले समय को वे अपने प्रियजनों के साथ बिता सकें. 

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पेप्सिको की चीफ ह्यूमन रिसोर्च ऑफिसर (CHRO) पवित्रा सिंह के मुताबिक, हम इस बात से खुश हैं कि टीम ने मुश्किल समय में भी काम जारी रखा. ऐसे में उनके लाइफस्टाइल और तनाव को देखते हुए यह फैसला लेना सही है.