महामारी कोरोना वायरस से दुनिया में अब तक 6 लाख के आसपास मौत हो चुकी हैं. तमाम देश इसकी वैक्सीन की खोज कर रहे हैं. कई देशों में ट्रायल फेज के दौरान अच्छे नतीजे भी मिले हैं. लेकिन, वैक्सीन कब तक आएगी कहना मुश्किल है. लेकिन, कोरोना वायरस के खत्म होने से पहले ही दुनिया में एक और नई महामारी पनप रही है. इसका नाम है बुबोनिक प्लेग (Bubonic plague). 

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बुबोनिक प्लेग की चपेट में आने से दुनिया में एक मौत भी हो गई है. मंगोलिया में एक 15 साल के बच्चे ने बुबोनिक प्लेग से दम तोड़ दिया. दक्षिण-पश्चिम चीन के गोबी-अल्ताई के सुदूर प्रांत में रहने वाले इस बच्चे ने मर्मोट (गिलहरी की जाति का एक जन्तु) का शिकार किया और खा लिया था. जिसके बाद वह दुर्लभ जीवाणु संबंधी बीमारी की चपेट में आ गया. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता नारंगरल दोरज के मुताबिक, मरने वाले बच्चे के संपर्क में आए 15 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. इन लोगों का इलाज चल रहा है और जरूरी एंटीबायोटिक दी गई हैं. साथ ही प्रांत के पांच जिलो को भी क्वारंटाइन किया गया है.

मंगोलियाई सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो किसी भी मर्मोट का शिकार न करें और न खाएं. चीन की आधिकारिक न्यूज एजेंसी Xinhua के मुताबिक, चीन के उत्तरी इलाके में बुबोनिक प्लेग की चपेट में आए एक और दूसरे मामले में सुधार होता दिखा है. एक ऑफिशियल स्टेटमेंट के मुताबिक, मंगोलिया के कई हिस्सों में पब्लिक के लिए चेतावनी जारी की गई है कि वह 2020 के अंत तक मर्मोट का शिकार करने और खाने से बचें. 

बता दें, मंगोलिया में हर साल महामारी से कम से कम एक व्यक्ति की मौत होती है. सरकारी अभियान के बावजूद लोगों को मांस खाने या जानवर के संपर्क में आने से रोकने के प्रयास किए जाते हैं. लेकिन, फिर भी लोग ऐसा करते हैं. स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अगर समय में बुबोनिक प्लेग का उपचार नहीं किया गया तो यह बीमारी 24 घंटे के अंदर इंसान की जान ले सकती है. अमेरिका के कोलोराडो के मॉरिसन शहर में भी एक गिलहरी में बुबोनिक प्लेग पाया गया था.