सोशल मीडिया पर आए दिन कई तरह के मैसेज आते रहते हैं और लोग इन मैसेज को आगे फॉरवर्ड कर देते हैं. इस तरह कब वो मैसेज वायरल हो जाता है, पता ही नहीं चलता. कई बार सोशल मीडिया के चक्‍कर में ऐसी जानकारी वायरल हो जाती है, जिसमें कोई सच्‍चाई नहीं होती और लोग इसे सच मान लेते हैं. इन दिनों सोशल मीडिया पर 500 रुपए के नोट को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को भ्रम में डाल दिया है. आइए आपको बताते हैं इसकी हकीकत.

क्‍या है वायरल मैसेज?

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि ₹500 का वो नोट नहीं लेना चाहिए जिसमें हरी पट्टी आरबीआई गवर्नर के सिग्नेचर के पास न होकर गांधीजी की तस्वीर के पास होती है. इस मैसेज से लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है कि आखिर इस बात में सच्‍चाई है या नहीं. इसको लेकर PIB Fact Check ने पड़ताल की, जानिए पड़ताल में क्‍या सामने आया.

क्‍या है हकीकत?

PIB Fact Check की पड़ताल में इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी पाया गया है. RBI के अनुसार दोनों ही तरह के नोट मान्य होते हैं. इसलिए आप इस मैसेज को लेकर बिल्‍कुल भी कन्‍फ्यूज न हों. बता दें कि सोशल मीडिया पर कोई भी मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो जाता है और लोग उस पर यकीन कर लेते हैं. PIB Fact Check की तरफ से इस तरह के मैसेज को लेकर समय-समय पर लोगों को आगाह किया जाता है.

PIB Fact Check क्‍या है?

बता दें PIB Fact Check एक ऐसा प्‍लेटफॉर्म है जो सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी मैसेज, वीडियो आदि का सच सामने लाने का काम करता है. कई बार देखा जाता है कि तमाम यूट्यूब चैनल बिना किसी आधार के कई वीडियो बना लेते हैं और लोग उन वीडियो को सच मान लेते हैं. ऐसे में आप संदिग्‍ध मैसेज, वीडियो आदि को PIB Fact Check के साथ शेयर करके मामले की सच्‍चाई जान सकते हैं. इसके लिए  PIB Fact Check के ट्विटर हैंडल पर एक नंबर और मेल आईडी शेयर की जाती है. नंबर है- 918799711259 और मेल आईडी है- socialmedia@pib.gov.in