Ram Navami 2024 in Ayodhya: आज अयोध्‍या में राम नवमी का त्‍योहार मनाया जा रहा है. ये राम नवमी अयोध्‍यावासियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देशवासियों के लिए बेहद खास है. प्रभु श्रीराम राम मंदिर में विराजमान हो चुकी हैं. आज सुबह भगवान राम का दिव्‍य श्रृंगार किया गया. दोपहर करीब 12:16 बजे भगवान का सूर्य तिलक होगा. इस मौके पर श्रीराम के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्‍त अयोध्‍या पहुंचे हैं.  सुबह 3.30 बजे से मंदिर के कपाट भक्‍तों के लिए खोल दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि रात 11 बजे तक भक्‍त आज अपने प्रभु श्रीराम के दर्शन कर सकेंगे.

सुबह से मंदिर में दर्शन को उमड़े भक्‍त

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श्रीराम के दर्शन को आतुर भक्‍तों ने रात से ही अयोध्‍या की सरयू नदी में आस्‍था की डुबकी लगाना शुरू कर दिया था. इसके बाद वो सरयू घाट पर आरती में भी शामिल हुए. बुधवार की सुबह तड़के ही भक्‍तों ने मंदिर पहुंचना शुरू कर दिया. पूरी अयोध्‍या जय श्रीराम के नारों से गूंज रही है. सुर‍क्षा के लिहाज से भी अयोध्‍या नगरी में खास इंतजाम किए गए हैं.

पीएम मोदी ने दीं शुभकामनाएं

इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राम नवमी की शुभकामनाएं दी हैं और सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं. पीएम ने लिखा -' देशभर के मेरे परिवारजनों को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी की अनंत शुभकामनाएं! इस पावन अवसर पर मेरा मन भावविभोर और कृतार्थ है. ये श्रीराम की परम कृपा है कि इसी वर्ष अपने कोटि-कोटि देशवासियों के साथ मैं अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का साक्षी बना. अवधपुरी के उस क्षण की स्मृतियां अब भी उसी ऊर्जा से मेरे मन में स्पंदित होती हैं.'

इसके बाद पीएम ने लिखा कि ' यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं. रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है. 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है. यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है.'

पीएम ने आगे लिखा कि ' प्रभु श्रीराम भारतीय जनमानस के रोम-रोम में रचे-बसे हैं, अंतर्मन में समाहित हैं. भव्य राम मंदिर की प्रथम रामनवमी का यह अवसर उन असंख्य राम भक्तों और संत-महात्माओं को स्मरण और नमन करने का भी है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया. मुझे पूर्ण विश्वास है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन और उनके आदर्श विकसित भारत के निर्माण के सशक्त आधार बनेंगे. उनका आशीर्वाद आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को नई ऊर्जा प्रदान करेगा. प्रभु श्रीराम के चरणों में कोटि-कोटि नमन और वंदन!'