Ram Navami 2023 Date Muhurat and Significance: 30 मार्च को चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का नौंवा दिन है. इस दिन नवरात्रि व्रत (Navratri Fast) का समापन हो जाएगा और व्रत का पारण किया जाएगा. इसी दिन राम नवमी का पर्व भी मनाया जाएगा. माना जाता है कि चैत्र मास की शुक्‍ल पक्ष की नवमी तिथि को ही भगवान राम (Lord Rama) ने धरती पर जन्‍म लिया था, इसलिए इस दिन को राम नवमी (Rama Navami 2023) के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान राम की विशेष आराधना की जाती है. घरों में और मंदिरों में विशेष आयोजन होते हैं. इस साल राम नवमी पर 4 विशेष योग का संयोग बन रहा है. यहां जानिए राम नवमी का महत्‍व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.

राम नवमी का महत्‍व (Significance of Ram Navami)

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ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद‍ मिश्र का कहना है कि राम नवमी का शास्‍त्रों में विशेष महत्‍व माना गया है. राम नाम में ही इतनी शक्ति है कि अगर व्‍यक्ति इस नाम का जाप करता रहे तो वो मोक्ष प्राप्‍त कर सकता है. ऐसे में राम नवमी तो भगवान राम का विशेष दिन है. इस दिन प्रभु श्रीराम की पूजा का महत्‍व कई गुना बढ़ जाता है. प्रभु की सच्‍ची पूजा से तमाम बुरे कर्म कट जाते हैं. जीवन के दुख, कष्‍ट और घर के संकट दूर होते हैं. सच्‍चे दिल से की गई पूजा आपकी मनोकामना को पूरा करती है.

राम नवमी के दिन बन रहे 4 विशेष योग (Special Yoga on Ram Navami)

ज्‍योतिषाचार्य के मुताबिक इस बार की राम नवमी तो और भी खास है क्‍योंकि इस दिन 4 विशेष योग बन रहे हैं. इस बार राम नवमी के दिन गुरु पुष्य योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है. ये सभी योग अत्‍यंत मंगलकारी माने गए हैं. इसमें सर्वार्थ सिद्धि योग तो पूरे दिन रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी काम सफल होता है. अगर आप किसी विशेष काम के लिए नई शुरुआत करना चाहते हैं तो राम नवमी के दिन से कर सकते हैं.

पूजा का शुभ मुहूर्त (Ram Navami Puja Muhurat) 

ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र के अनुसार राम नवमी तिथि 29 मार्च को रात 09 बजकर 07 बजे से शुरू होगी और 30 मार्च को रात 11 बजकर 30 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के हिसाब से राम नवमी का पर्व 30 मार्च को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 6 बजकर 54 मिनट तक, इसके बाद 8 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा  3 बजकर 6 मिनट से शाम 5 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.

राम नवमी पूजा विधि (Ram Navami Puja Method)

इस दिन सुबह जल्‍दी उठकर स्‍नान करें. इसके बाद एक चौकी पर पीला वस्‍त्र बिछाकर प्रभु श्रीराम की तस्‍वीर स्‍थापित करें. इस तस्‍वीर को ऐसे रखें की पूजा के दौरान आपका मुख पूर्व दिशा में रहे. पंचामृत से प्रभु का अभिषेक करें. उन्‍हें धूप, दीप, पुष्‍प, रोली, चंदन, अक्षत, वस्‍त्र, कलावा, भोग आदि अर्पित करें. प्रभु श्रीराम के साथ हनुमान जी की भी पूजा करें. इसके बाद रामचरितमानस, श्रीराम रक्षा स्‍तोत्र, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, राम जी के मंत्रों का जाप आदि करें. प्रेमपूर्वक आरती करें और शाम के समय राम जी के भजन आदि करें. इससे आपके घर की नकारात्‍मकता दूर होगी. प्रभु की कृपा से बिगड़े काम भी बनने शुरू हो जाएंगे.

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