Mahashivratri 2024: हर साल फाल्‍गुन मास की कृष्‍ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. मान्‍यता है कि इसी दिन शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इस दिन शिवभक्‍त भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हैं, व्रत वगैरह रखते हैं. दिन के साथ-साथ महाशिवरात्रि की रात को विशेष महत्‍व दिया गया है. इस रात को जागकर विशेष-पूजा अर्चना करने की सलाह दी जाती है. कहा जाता है कि महाशिवरात्रि की रात में जागने का सिर्फ धार्मिक महत्‍व ही नहीं है, बल्कि इसका वैज्ञानिक महत्‍व भी है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर क्‍यों इतनी खास मानी जाती है महाशिवरात्रि की रात.

महाशिवरात्रि की रात इसलिए जागें

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वैज्ञानिक रूप से देखें तो महाशिवरात्रि की रात उत्तरी गोलार्द्ध इस प्रकार अवस्थित होता है कि मनुष्‍य के शरीर के भीतर की ऊर्जा प्राकृतिक रूप से ऊपर ब्रह्मांड की ओर जाने लगती है. मानो प्रकृति स्वयं मनुष्य को उसके आध्यात्मिक शिखर तक जाने में मदद कर रही होती है. ऐसे में व्‍यक्ति को महाशिवरात्रि की रात को रीढ़ सीधी करके ध्‍यान मुद्रा में बैठने या मंत्रोच्‍चारण आदि करने की सलाह दी जाती है, ताकि व्‍यक्ति को इस प्राकृतिक स्थिति का ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा मिल सके.

रात्रि पूजा का विशेष मुहूर्त

तमाम लोग महाशिवरात्रि की रात को विशेष पूजा पाठ करते हैं. अगर आप भी महाशिवरात्रि पर विशेष पूजन करना चाहते हैं, तो ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जान लीजिए रात्रि पूजन के चार प्रहर में पूजा का समय-

  • रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय - शाम 06 बजकर 25 मिनट से रात 09 बजकर 28 मिनट तक
  • रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय - रात 09 बजकर 28 मिनट से 9 मार्च को रात 12 बजकर 31 मिनट तक
  • रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय - रात 12 बजकर 31 मिनट से प्रातः 03 बजकर 34 मिनट तक
  • रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय - प्रात: 03.34 से प्रात: 06:37 तक

8 मार्च को मनाई जाएगी महाशिवरात्रि

बता दें कि इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च शुक्रवार को मनाया जाएगा. इसी दिन शुक्र प्रदोष भी है, इस कारण महाशिवरात्रि के पर्व का महत्‍व काफी बढ़ गया है. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो इस साल महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो इस त्‍योहार को और भी विशेष बना रहा है. मान्‍यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में मन से किया गया कोई भी काम फलदायी होता है. 8 मार्च को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:40 से सुबह 10:40 बजे तक रहेगा. इसके अलावा शिवयोग पूरे दिन रहेगा.