H3N2 Virus: दिल्ली-NCR समेत यूपी इन दिनों वायरल बुखार के मामलों से अस्पतालों की ओपीडी भरी पड़ी हैं. साधारण फ्लू जैसे लक्षणों के साथ लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, लेकिन हफ्ते भर तक लोगों का बुखार उतरने का नाम नहीं ले रहा है. मरीजों में एक हफ्ते से ज्यादा बुखार, खांसी, जुकाम दिख रहा है. टेस्ट होने पर ना साधारण वायरल निकल रहा है और न ही कोरोनावायरस पॉजिटिव. डॉ कोरोनावायरस का टेस्ट करवा रहे हैं तो निकल रही है नई बीमारी. इस वायरस का नाम है H3N2. मरीजों के अंदर कोरोना जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं, लेकिन कोरोना नहीं है. खासतौर पर यह बुखार बुजुर्गों और बच्चों को शिकार बना रहा है. 

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इस बुखार का इलाज क्या है और कितने लोग इसकी गिरफ्त में हैं, ये समझने के लिए हम टेस्टिंग लैब पहुंचे तो पता चला कि वायरस के टेस्ट के लिए आ रहे 10 में से 6 सैंपल में H3N2 पॉजिटिव मिल रहे हैं.

कैसे रखना है अपना खयाल?

स्टार इमेजिंग लैब के समीर भाटी के मुताबिक, डॉक्टर्स भी कोविड से कंफ्यूज होकर टेस्ट करवा रहे हैं. माइक्रोबायोलॉजी एक्सपर्ट डॉ सोनिका के मुताबिक इसका टेस्ट भी कोरोना जैसा ही है. गले और नाक से सैंपल लिया जाता है और 24 घंटे में रिपोर्ट आ जाती है. 

डॉक्टरों ने सलाह दी कि अगर बुखार जल्दी न जाए तो इसके लिए पैरासिटामॉल ले सकते हैं. आराम करें और तरल पदार्थ लेते रहें. सर्दी में खुद को गर्म रखें, 59 महीने से छोटे बच्चे, 50 साल से ऊपर के लोग और गर्भवती महिलाएं खास ख्याल रखें. H3N2 से संक्रमित मरीज आमतौर पर एक महीने में ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ को रिकवर होने में इससे ज्यादा वक्त लगता है.

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