आजकल इस भागदौड़ वाली जिंदगी में एंजाइटी (Anxiety) तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है. किसी तरह की आर्थिक परेशानी, डर, खतरे, करियर आदि के चलते स्ट्रेस या एंजायटी जैसी बीमारी लोगों को जकड़ लेती है. आज हम आपको बतायेंगे कि कैसे लोग इसकी जद में आते जा रहे हैं और ये किन कारणों से बढ़ता है लेकिन कुछ घरेलू नुस्खों से छुटकारा पाया जा सकता है. आइए जानते हैं.  

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एंजाइटी (Anxiety) क्या है?

एंजाइटी एक मेंटल हेल्थ परेशानी है, जिसमें लोग अपने आप को नेगेटिव सोच, बेचैनी, डर और चिंता से घेरने लगते हैं. अचानक हाथ का कांपना, पसीना आना, घबराबट होना, मन में उलझन होना, बिना बात के रोना एंजाइटी होने के लक्षण हैं. लगातार सही से नींद ना आने पर भी एंजाइटी की दिक्कत हो सकती है. काफी समय तक इस समस्या में उलझे रहने से आपको हार्ट की भी समस्या हो सकती है.

एंजाइटी डिसऑर्डर के लक्षण

- बेचैनी

- शरीर में तनाव

- पैनिक अटैक

- पाचन संबंधी समस्याएं

- सांस लेने में तकलीफ

कैसे दूर करें एंजायटी

1. एक्सरसाइज करें

खून की ठीक तरह से पम्पिंग के लिए एंडोर्फिन हार्मोन मदद करता है. इस हार्मोन के बढ़ने पर मूड में सुधार आ सकता है. तनाव होने पर हल्के व्यायाम जैसे कि वॉकिंग या स्विमिंग फायदेमंद साबित सकती है. इससे आपकी बॉडी में एक अलग एनर्जी आती है जिससे आपकी बॉडी और माईंड दोनो फ्रेश फील करते हैं. 

2. खाने पर दें विशेष ध्यान

जो लोग एंजाइटी के शिकार हैं उन्हे अपने खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. हरी सब्जियां और हेल्दी फूड को खाना चाहिए. तले भुने भोजन से परहेज़ करना चाहिए. साथ ही बिना मील स्किप किए समय पर भोजन करना चाहिए.

3. शराब से दूर रहें

दुनियाभर के कई रिसर्चर्स और वैज्ञानिकों के मुताबिक, शराब के सेवन और एंजाइटी डिसऑर्डर्स के बीच एक गहरा कनेक्शन है. जो लोग ज्यादा या रेगुलर शराब पीते हैं उनको कई सारी हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है, जैसे नींद के पैटर्न में बदलाव आना और चिंता का बढ़ जाना. इस बुरी लत से आज ही तौबा कर लें.

4. मंत्र जाप

जब भी आपको पैनिक अटैक आये तो किसी मंत्र का जाप करना शुरू कर दे. इससे आपका शरीर और दिमाग दोनों शांत होंगे. पैनिक अटैक के दौरान आपका ध्यान मंत्र जाप पर रहेगा. जब तक कि पैनिक अटैक कम न हो जाए तब तक मंत्र दोहराते रहे. इस स्थिति में ॐ का उच्चारण करना सबसे ज्यादा अच्छा होता है.

5. अकेलेपन से दूर रहें

एंजाइटी में अकेलापन सबसे ज्यादा खतरनाक होता है. जब भी आपको एंजाइटी अटैक आए तो अपने किसी दोस्त या करीबी से बात करें या उन्हें फोन करें. अगर आप किसी से सामने बैठकर अपनी परेशानी साझा करते हैं तो इससे आपका मन हल्का होता है और आपको अपनी परेशानी कम लगने लगती है.

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