Makar Sankranti Date and Manyata: जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. ज्‍यादातर मकर संक्रांति का त्‍योहार 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस बार ये 15 जनवरी को मनाया जाएगा क्‍योंकि सूर्य मकर राशि में 14 जनवरी की रात को 8 बजकर 45 मिनट पर प्रवेश करेंगे. इसी के साथ खरमास की समाप्ति हो जाएगी और शुभ मांगलिक काम शुरू हो जाएंगे. उदया तिथि के हिसाब से 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.

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मकर संक्रांति के दिन को बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन किए गए दान और पुण्‍य का फल अक्षय रहता है. लेकिन कुछ काम ऐसे भी हैं, जो मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए. इससे आपके जीवन में नकारात्‍मक असर पड़ता है और जीवन में तमाम मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आइए ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानते हैं कि मकर संक्रांति के दिन क्‍या करना चाहिए और क्‍या नहीं.

ये काम भूलकर भी न करें

  • मकर संक्रांति का दिन बेहद पवित्र माना जाता है. इस दिन मांस-मदिरा वगैरह का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे आपकी ग्रहदशाओं पर नकारात्‍मक असर पड़ता है और तमाम परेशानियां बढ़ती हैं.
  • मकर संक्रांति के दिन गरीबों को दान किया जाता है, ऐसे में आप किसी गरीब या जरूरतमंद का अपमान न करें. इससे शनिदेव रुष्‍ट होते हैं और शनि कुपित हों तो राजा को रंक बनने में भी समय नहीं लगता.
  • मकर संक्रांति के दिन आप जो कुछ भी दान करें, वो स्‍वयं खरीदकर या घर में तैयार करके करें. किसी की दी हुई चीज का दान न करें. ऐसे दान का कोई महत्‍व नहीं होता है.
  • इस दिन बिना स्‍नान किए कुछ न खाएं. स्‍नान के बाद पहले सूर्य पूजन और दान करें, इसके बाद अपना व्रत खोलें.
  • इस बार मकर संक्रांति के‍ दिन रविवार पड़ रहा है, ऐसे में पूजा के दौरान तुलसी का पत्‍ता तोड़ने की भूल न करें. रविवार को तुलसी का पत्‍ता तोड़ना वर्जित माना गया है.

ये काम जरूर करें

  • स्‍नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्‍य दें. अर्घ्‍य देते समय जल में थोड़े से काले तिल जरूर डालें. इससे सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्‍त होती है.
  • मकर संक्रांति के दिन जरूरतमंदों को किए गए दान का विशेष पुण्‍य मिलता है. इसलिए अपनी क्षमतानुसार जो भी दान कर सकते हों, जरूर करें.
  • मकर संक्रांति के दिन काली चीजों के दान का महत्‍व होता है क्‍योंकि इस दिन का संबन्‍ध शनिदेव से माना गया है. आप इस दिन काली उड़द की दाल, काले तिल, काले वस्‍त्र, कंबल आदि का दान करें.
  • मकर संक्रांति के दिन पितरों के नाम भी तर्पण करना चाहिए. इससे पितरों के लिए मुक्ति का मार्ग खुलता है. उनके निमित्‍त गीता का पाठ करना चाहिए. इस दिन राजा भागीरथ ने भी पितरों की मुक्ति के लिए गंगा नदी में तर्पण किया था.
  • मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदी में स्‍नान का विशेष महत्‍व है. लेकिन अगर आप बाहर नहीं जा सकते हैं तो घर में ही जल में गंगा जल मिलाकर मां गंगा का ध्‍यान करके स्‍नान करें. इससे भी आपको गंगा स्‍नान का पुण्‍य प्राप्‍त होता है.

मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त 

मकर संक्रांति का शुभ मुहूर्त 15 जनवरी सुबह 8 बजकर 57 होगा. पुण्यकाल का समय सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शुरू हो जाएगा जो शाम 5 बजकर 46 मिनट तक चलेगा. महापुण्यकाल मुहूर्त की बात करें तो ये 7.15 से 9 बजे तक रहेगा.

 

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